सचिन पायलट को पार्टी प्रमुख और उप मुख्यमंत्री पद से बेदखल कर दिया है। पार्टी से हटाए बस एक दिन ही हुआ है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पायलट अपनी ही सरकार को गिराने की कोशिश में लगे थे, यहां तक की वो खुद हॉर्स ट्रेडिंग का हिस्सा रहे। गहलोत ने कहा कि मेरे पास इन सब के सबूत है। वह बोले कि हमारे विधायकों को पैसों का लालच दिया जा रहा है।
#राजस्थान का सियासी उफान थमा नहीं है।
सीएम #अशोक_गहलोत ने #सचिन_पायलट पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
गहलोत ने मीडिया को बताया कि उनके पास इस के सबूत हैं कि पायलट स्वयं सरकार गिराने के लिए ट्रेडिंग कर रहे थे। विधायकों को #30करोड़ रुपये के ऑफर दिये जा रहे थे।#RajasthanPoliticalCrisis pic.twitter.com/AWnlF6V1l0
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) July 15, 2020
अशोक गहलोत के ये आरोप काफी गंभीर माने जा रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि अबतक सचिन पायलट की तरफ से ये कहा जा रहा है कि उन्होंने पांच साल मेहनत की थी और सीएम पद पर कब्जा अशोक गहलोत ने जमा लिया. सचिन पायलट की मेहनत की हर तरफ तारीफ भी हो रही है, ऐसे में वो लगातार एक विक्टिम के तौर पर भी खुद को पेश करते रहे हैं.
अशोक गहलोत बोले कि सरकार गिराने की साजिश हो रही है। हमने अपने विधायकों को 10 दिनों तक होटल में रखा है। यदि हम ऐसा नहीं करते तो वहीं होता जो मानेसर में हुआ है। उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि 20 करोड़ का सौदा किया जा रहा था। उनके पास प्रूफ है। वो षड़यंत्र के पार्ट थे, सचिन पायलट ही लीड कर रहे थे। और पूछ रहे थे नाम बताओ, मोबाइल नंबर दो?
यहां तक कि सचिन पायलट पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि अच्छी इंग्लिश बोलना और स्माइल पास कर देना ये काफी नहीं है। देश में हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है, ये देश का बर्बाद करेंगे?