Joshimath Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ में आए संकट के कारण दहशत का माहौल है। जोशीमठ में लगातार जमीन धंसने के कारण लोगों के लिए बड़ा खतरा बन गया है। यहां कई मकानों की दीवारों में दरारें आ गई है। इस खतरे को देखते हुए सरकार लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। गौरतलब है कि सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट की टीम मंगलवार यानी आज अपनी समीक्षा रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। बता दें कि सोमवार को टीम जोशीमठ के मकानों में हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंची थी। कई दिनों से हो रहे इस भू-धसाव के कारण वहां स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। आइए बताते हैं आपको अब तक के हालात…
1- जोशीमठ में भूमि धंसने के कारण प्रशासन ने होटलों और कई इमारतों को तोड़ने का आदेश दिया है। इस काम के लिए एसडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है।
2- इलाके में एसडीआरएफ की टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट कर रही हैं।
3- गौरतलब है कि धंसते जोशीमठ के कारण सरकार स्थानीय लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार ने संभावित खतरे को देखते हुए उसे तीन अलग क्षेत्रों में बांटा है।
4- चमोली जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, जोशीमठ में अब तक 603 इमारतों में दरारें आ चुकी हैं। प्रशासन ने शहर को तीन जोन डेंजर, बफर और पूरी तरह से सुरक्षित जोन में बांटा है।
5- जोशीमठ में हो रहे भू-धसाव को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में अधिकारियों ने सूचना दी कि केंद्र सरकार की एजेंसियां और विशेषज्ञों की टीम जोशीमठ में स्थिति से निपटने के लिए योजनाएं तैयार करने में राज्य सरकार की मदद कर रही हैं।
6- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जोशीमठ में भूस्खलन को देखते हुए हर संभव मदद के लिए आश्वासन दिया है। सीएम ने कहा कि पीएम मे जोशीमठ के हालातों की जानकारी ली है और नियमित अपडेट ले रहे हैं।
7- बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कुल 68 परिवार अस्थायी रूप से विस्थापित हुए हैं। जोशीमठ शहर क्षेत्र में, 1271 की अनुमति क्षमता के साथ, 229 कमरों को अस्थायी रूप से रहने के योग्य माना गया है।
8- जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 4 टीम पहले ही जोशीमठ पहुंच चुकी हैं। भू-धसाव वाले क्षेत्र जहां कई घरों में दरारें आने से लोग दहशत में हैं। अधिकारियों का कहना है कि वह उन लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का काम कर रहे हैं।
9- राज्य सरकार ने प्रभावित परिवार जो किराए के मकानों में रहने के लिए जाना चाहते हैं उन्हें मदद का आश्वासन दिया है। सरकार की ओर से किराए पर रह रहे परिवारों को जो जोशीमठ संकट से प्रभावित हैं। उन्हें छह महीने तक चार हजार रुपये की मदद देने के लिए कहा है।
10- जोशीमठ में हो रहे भूमि के धसाव पर स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये एनटीपीसी की सुरंग जिस में ब्लास्ट किए जाते हैं, वो जमीन धंसने का बड़ा कारण है। लोग प्रशासन पर लगातार आरोप लगा रहे हैं।
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