लोकसभा चुनाव से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ कथित छेडछाड़ का मुद्दा फिर गरमा गया है। सभी विपक्षी पार्टियों ने तय किया कि इससे जुड़ी चिंताओं के समाधान के लिए सोमवार को चुनाव आयोग जाएंगे। विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि ‘ईवीएम के साथ छेड़छाड़’ के मुद्दे पर विपक्ष के नेता सोमवार को चुनाव आयोग के पास जाएंगे।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख शरद पवार, तेलुगु देशम पार्टी के एन. चंद्रबाबू नायडू, एसपी के रामगोपाल यादव, तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन, नैशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, बीएसपी के सतीश चंद्र मिश्रा, डीएमके की कनिमोई, लेफ्ट के डी. राजा, सीपीएम के मोहम्मद सलीम एवं के टी.के. रंगराजन, आरजेडी के मनोज झा, आप के संजय सिंह और आरएलडी के जयंत चौधरी शामिल हुए।
सूत्रों ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने विपक्ष के नेताओं को सोमवार को मिलने का समय दे दिया है। कांग्रेस की मांग है कि आगामी लोकसभा चुनाव में ईवीएम के उपयोग के साथ ही वीवीपैट की 50 फीसदी पर्चियों के मिलान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में ‘किसान, रोजगार, संस्थाओं पर हमले, नोटबंदी और भ्रष्टाचार के मुद्दों’ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ होने जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के भ्रष्टाचार और राफेल मामले पर चुनाव होगा।