प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार में मिली वस्तुओं की नीलामी जारी है। नीलामी में 1900 उपहारों को रखा गया है। इनकी ई-नीलामी 29 से 31 जनवरी तक होगी। नीलामी के जरिए एकत्र होने वाली धनराशि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के लिए दी जाएगी। नीलामी में शामिल होने के लिए एनसीआर और कई राज्यों के लोग आए।
जिन स्मृति चिह्नों को नीलामी के लिए रखा गया है उनकी कीमत100 रुपये से 30,000 रुपये के बीच है। आर्ट गैलरी में रखे हुए उपहारों में कई प्रकार की प्रतिमाएं, शॉल, टोपी, छोटे स्कल्पचर, देव प्रतिमाएं और सम्मान प्रतीक चिह्न शामिल हैं। रविवार को नीलामी के दौरान रेल मंत्री पीयूष गोयल भी पहुंचे। उन्होंने प्रधानमंत्री को मिले उपहारों को देखा और नीलामी की प्रक्रिया को भी देखा।
बता दें नीलामी में ऐसे कई उपहारों को शामिल किया गया है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उस समय मिले थे, जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उस समय मिले उपहारों को भी इसी प्रकार नीलाम किया जाता था। उस समय मिलने वाले पैसों को गरीब बच्चियों की पढ़ाई में खर्च किया जाता है।
नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट के हॉल में चल रही नीलामी की प्रक्रिया में सबसे पहले उपहार का फोटो स्क्रीन पर दिखाया जा रहा था। इसके बाद उसकी कीमत बताई जा रही थी। इसके बाद उसे खरीदने वाले उससे अधिक पैसे की बोली लगा रहे थे। बांस से बनी एक प्रतिकृति की कीमत दो हजार रुपये रखी गई थी, जिसे खरीदने के लिए उसकी बोली साढ़े तीन हजार तक पहुंच गई।
उपहारों के खरीदारों के नाम वहां नहीं बताए जा रहे थे। रजिस्ट्रेशन के समय उन्हें जो नंबर दिए गए थे, उन नंबर की स्टिक उनके हाथ में थी, उसके जरिए ही वहां पता लग रहा था कि किस स्टिक नंबर वाले व्यक्ति या महिला ने कौन का उपहार खरीदा है। उपहारों की नीलामी से पहले उसकी प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें लोगों को काफी उपहारों को सामने से देखने का मौका मिला।