छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में करारी हार के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराए जाने के भाजपा नेताओं के बयान पर उन्हे आड़े हाथो लेते हुए करारा तंज कसा है। बघेल ने आज किए ट्वीट में भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि..जब जीत का श्रेय सेनापति को,तो हार का ठीकरा कार्यकर्ताओं पर क्यों? माफ कीजियेगा,ये आपका कोई आतंरिक मामला नही रहा क्योंकि किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं का अपमान का मतलब है लोकतंत्र पर सीधा प्रहार करना..। उन्होने आगे कहा कि..जब लोकतंत्र खतरे में हो तो हम तटस्थ कैसे रह सकते हैं?
जब जीत का श्रेय ‘सेनापति’ को, तो हार का ठीकरा कार्यकर्ताओं पर क्यों? माफ कीजिएगा! ये आपका अब कोई आंतरिक मामला नहीं रहा क्योंकि किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं के अपमान का मतलब है – लोकतंत्र पर सीधा प्रहार करना।
और जब लोकतंत्र खतरे में हो तो हम तटस्थ कैसे रह सकते हैं?
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 19, 2019
दरअसल दो दिन पहले भाजपा की लोकसभा चुनावों के लिए यहां हुई बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने पत्रकारों से बातचीत में भाजपा की हार के लिए कार्यकर्ताओं को यह कहते हुए जिम्मेदार ठहराया था कि उन्होने पूरी ताकत से काम नही किया।
डा.सिंह एवं कौशिक के इस बयान पर भाजपा में ही घमासान मच गया है। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ पार्टी नेता चन्द्रशेखर साहू ने सार्वजनिक रूप से इसका प्रतिकार करते हुए हार के लिए किसानों की उपेक्षा एवं उनसे किए वादे पूरा नही करने को बताते हुए कहा कि पार्टी को इसके लिए किसानों से क्षमा मांगनी चाहिए। बघेल ने इस घमासान पर ट्वीट कर तंज कसा है।
-साभार, ईएनसी टाईम्स