आम आदमी पार्टी ने शनिवार को नेशनल काउंसिल की बैठक बुलाई है। जिसमें अगले साल होने वाले आम चुनावों की तैयारियों और देश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा होने की संभावना है।
वही पार्टी सूत्रों ने बताया कि आप के संविधान में संशोधन किए जाने की संभावना है ताकि एक व्यक्ति के अधिकतम दो बार पार्टी पदाधिकारी रहने के प्रावधान को बदला जा सके। इसका अर्थ यह है कि आप के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हमेशा के लिए पार्टी प्रमुख बने रह सकते हैं।
बता दें केजरीवाल अप्रैल, 2016 में तीन साल के लिए दूसरी बार आप के संयोजक चुने गए थे। सूत्रों ने बताया कि अगले साल अप्रैल में पार्टी के नेशनल काउंसिल की बैठक बुलाए जाने की संभावनाएं कम हैं क्योंकि पार्टी कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे। पार्टी संविधान के अनुसार, कोई भी सदस्य पार्टी पदाधिकारी के रूप में एक ही पद पर तीन-तीन साल के लिए लगातार दो बार से ज्यादा नहीं रह सकता है।
इसकी भी संभावना है कि नेशनल काउंसिल पार्टी पदाधिकारियों के कार्यकाल में छह माह का विस्तार कर सकती है और पार्टी संगठन का चुनाव लोकसभा चुनावों के बाद होने की संभावना है।
वही राष्ट्रीय परिषद की बैठक में आम आदमी पार्टी दिल्ली के सातों सांसद और केंद्र सरकार के कामकाज को लेकर एक प्रस्ताव भी ला सकती है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में राज्य सभा टिकट न दिए जाने के बाद आम आदमी पार्टी से नाराज चल रहे कुमार विश्वास के शामिल होने पर संशय बरकरार है।