राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से करीब एक सप्ताह पहले अलग हुए राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा गुरुवार को बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन का हिस्सा बन गये। कुशवाहा ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा करते हुए कहा कि NDA में उनका अपमान हुआ है इसलिए उन्होंने कांग्रेस, RJD, हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा जैसे दलों के महागठबंधन का हिस्सा बनने का फैसला किया है। इस मौके पर कांग्रेस कोषाध्यक्ष अहमद पटेल, लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी तथा कांग्रेस के बिहार के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल सहित कई प्रमुख नेता मौजूद थे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रभावित हुए हैं। गांधी ने हाल में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी और सरकार बनने के बाद पहला काम इसी घोषणा को पूरा करने का किया है। कांग्रेस नेता की इस कार्यशैली से वह बहुत प्रभावित हुए और उन्हें लगता है कि समाज के जिस वर्ग के हितों के लिए वह लड़ रहे हैं, उसका हित महागठबंधन के जरिए ही साधा जा सकता है। कुशवाहा ने कहा कि पिछले आम चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने बिहार में लगभग सभी चुनावी सभाओं में वादा किया था कि उनकी सरकार बनने के बाद बिहार के लोगों को पढाई, दवाई और कमाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। यह वादा कितना पूरा हुआ है इसे सभी समझते हैं और बिहार की कितनी उपेक्षा हो रही है यह भी बिहार के लोग खूब समझ रहे हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “राजग में रहकर मैं सामाजिक न्याय की आवाज बिना डरे उठाता रहा। बिहार में शिक्षा के स्तर में सुधार की बातें करता रहा, तो राजग नेताओं को लगा कि सामाजिक न्याय की बात करने वाले कुशवाहा और उसकी पार्टी को कमजोर करना जरूरी है। मुझे और मेरी पार्टी को बर्बाद करने में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अहम भूमिका निभाने का प्रयास किया।” रालोसपा प्रमुख ने कहा कि इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए उन्होंने राजग छोड़ने का निर्णय लिया है। उन्हें लग गया था कि राजग को सामाजिक न्याय की बात स्वीकार नहीं है, इसलिए उसके घटक मिलकर रालोसपा को कमजोर करने में जुट गये।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने तो एक तरह से अभियान शुरू कर दिया था कि ‘उपेंद्र’ तथा उनकी पार्टी को बर्बाद करना है। कुशवाहा ने कहा कि बिहार में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए उन्होंने जो कदम उठाए हैं उसे वह महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बिहार में पूरा करेंगे। इसके लिए वह केंद्र तथा राज्य में महागठबंधन सरकार बनाने के प्रयास का बिहार की जनता से आग्रह करेंगे। उन्होंने दावा किया कि बिहार का भला अगली सरकार करेगी। कुशवाहा ने कहा कि उनकी पार्टी दो फरवरी को पटना में आक्रोश रैली करेगी।

कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने श्री कुशवाहा का महागठबंधन में स्वागत किया और कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री के आने से महागठबंधन और मजबूत होगा। कांग्रेस के बिहार के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि यह दलों का नहीं, बल्कि दिलों और विचारधारा का मेल है, इसलिए सीटों के बंटवारे में कोई दिक्कत नहीं आयेगी। उन्होंने कहा कि श्री कुशवाहा बिहार की जनता का हित साधने के लिए महागठबंधन में शामिल हुए हैं।

राजग के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी दल संविधान तथा देश को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और इसके लिए विपक्षी दल एक मंच पर आये हैं। उन्होंने मोदी सरकार पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार ने किसानों से किये वादे पूरे नहीं किये हैं। उन्होंने महागबंधन के सदस्य दलों से मिलकर देश को बचाने के प्रयास का आह्वान किया और कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि जिस अवधारणा के साथ बिहार में महागठबंधन शुरू हुआ है वह पूरे देश में बनने जा रहा है।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माझी ने कहा कि देश की 80 फीसदी जनता किसान तथा मजदूर है और कांग्रेस अध्यक्ष ने इन्हीं वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए किसानों का कर्ज माफ करने का फैसला लिया है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि देश को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नेतृत्व मिलेगा और तब प्रगति की नयी इबारत लिखी जायेगी।