2019 के लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के सियासी गलियारों में हलचल मची हुई है। लोक जनशक्ति पार्टी के सुप्रीमो व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को एनडीए में बनाए रखने के लिए कवायद तेज हो गई है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली में रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करेंगे। नए सियासी माहौल में इस मुलाकात को बेहद अहम बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस दौरान सीट बंटवारे को लेकर चर्चा होगी।
बता दें 2019 लोकसभा चुनाव के लिए एलजेपी, बीजेपी से सीट बंटवारे पर स्पष्टता चाहती है। एनडीए में बिहार से एलजेपी के अलावा जेडीयू भी है। बीजेपी और और जेडीयू ने सीट बंटवारे पर काफी पहले ही चर्चा कर ली है। दोनों पार्टियां बराबर सीट पर चुनाव लड़ेंगी लेकिन एलजेपी को कितनी सीटें मिलनी है, इस पर अभी तक कोई स्पष्ट ऐलान नहीं हुआ है।
2014 लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए में शामिल हुए रामविलास पासवान ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था। वही सीट बंटवारे के मामले पर रामविलास पासवान ने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है। चिराग पार्लियामेंट्री बोर्ड के चेयरमैन हैं, वहीं इस संबंध में बात करेंगे।
गौरतलब है चिराग पासवान ने ट्वीट कर सीट बंटवारे का मुद्दा उठाया था। उन्होंने लिखा कि गठबंधन में सीटों को लेकर कई बार बीजेपी के नेताओं से मुलाकात हुई परंतु अभी तक कोई ठोस बात आगे नहीं बढ़ पाई है। इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान भी हो सकता है। इसी के बाद कयास लगाए जाने लगे कि वो एनडीए छोड़ने का संकेत दे रहे हैं।