दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए कई दावे किए जा रहे हैं। लेकिन प्रदूषण दिल्ली में फिर बढ़ने लगा है। सोमवार को नमी का असर रहा और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। मंगलवार को आसमान साफ रहने और सुबह हल्का कोहरा छाये रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो वर्ष के इस समय के दौरान सामान्य है। न्यूनतम तापमान 15.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है। हवा में नमी का स्तर 91 और 45 प्रतिशत के बीच दर्ज किया गया। मौसम विद ने मंगलवार को आसमान साफ रहने और सुबह हल्का कोहरा छाये रहने का अनुमान व्यक्त किया है।
इसी बीच एक नए अध्ययन में पता चला है कि पिछले दो दशकों के दौरान दिल्ली की वायु गुणवत्ता 2016 में सबसे ज्यादा घातक थी और इससे एक नागरिक की जीवन प्रत्याशा में 10 साल से अधिक की कमी आई है। इसमें यह भी बताया गया कि राष्ट्रीय राजधानी, देश के 50 सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में दूसरे नंबर पर रही। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत इस समय दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित देश है उससे ऊपर केवल नेपाल है।
इसमें कहा गया कि एशिया में जीवन प्रत्याशा की कमी सबसे ज्यादा हुई है जो भारत और चीन के अनेक हिस्सों में छह साल से ज्यादा कम हो गई। एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट एट द यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो (एपिक) द्वारा तैयार वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक और संलग्न रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में सूक्ष्मकणों से प्रदूषण से औसत जीवन प्रत्याशा 1.8 वर्ष कम हुई है जो यह मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा वैश्विक खतरा बन रही है।
अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि पिछले दो दशकों में भारत में सूक्ष्मकणों की सांद्रता औसतन 69 प्रतिशत बढ़ गई, जिससे एक भारतीय नागरिक की जीवन अवधि की संभावना 4.3 साल कम हुई जबकि 1996 में जीवन प्रत्याशा में 2.2 साल की कमी का अनुमान लगाया गया था। देश के 50 सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्रों में दिल्ली का स्थान बुलंदशहर के बाद दूसरे नंबर पर था।