दूरसंचार नियामक ट्राई के प्रमुख राम सेवक शर्मा आधार चैलेंज देकर चर्चा में आए थे और अब सरकार ने राम सेवक शर्मा का कार्यकाल बढ़ाने का फैसला किया है। भारत की टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुखिया रामसेवक शर्मा को दो साल का अतिरिक्त कार्यकाल मिल गया है। उनका कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त होना था, लेकिन अब ऐपल और फेसबुक से मोर्चा लेने वाले ट्राई के चीफ को एक बार फिर कार्यकाल विस्तार दे दिया गया है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने ट्राई चेयरमैन के रूप में शर्मा की नियुक्ति को 10 अक्तूबर 2018 से आगे 30 सितंबर 2020 तक बढ़ाने को मंजूरी दे दी है।

शर्मा को जुलाई 2015 में तीन साल के लिये ट्राई प्रमुख बनाया गया था। शर्मा 1982 बैच के झारखंड कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। शर्मा हाल ही में ट्विटर पर अपनी आधार संख्या सार्वजनिक करने और लोगों को चुनौती देने को लेकर चर्चा में रहे हैं। उन्होंने अपनी आधार संख्या डालते हुये चुनौती दी थी कि इस जानकारी के आधार पर उन्हें नुकसान पहुंचाकर दिखाएं। शर्मा के इस कदम के बाद उनकी सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हुयी थी। वहीं, आधार जारी करने वाली संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने लोगों को आधार संख्या सार्वजनिक नहीं करने या दूसरे को इस तरह की चुनौती नहीं देने को कहा था।

टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन आरएस शर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान इंटरनेट सर्विस प्रवाइडर्स कंपनियों पर शिकंजा कसने का काम किया। शर्मा ने ट्राई के चेयरमैन के तौर पर इंटरनेट कंपनियों की ओर से वेब के अलग-अलग हिस्सों पर एक्सेस के लिए अलग दरें तय करने पर रोक लगा दी थी। इससे फेसबुक के उस प्लान को झटका लगा था, जिसके तहत उसने पेर्ड-बैक फ्री इंटरनेट सर्विस को वापस लेने की तैयारी की थी। यही नहीं शर्मा ने दिग्गज गैजेट्स कंपनी ऐपल इंक को अपने आईफोन के ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर आईओएस मोबाइल पर स्पैम डिटेक्शन के लिए मंजूरी देने के लिए भी बाध्य किया था।

एपीएन ब्यूरो

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