ये तस्वीरें उत्तराखंड के मुखिया के निरीक्षण अभियान की हैं। बारिश में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व्यवस्थाओं का हालचाल लेने निकले। सीएम ने देहरादून के रायपुर में हाल ही में बनी सड़क में गड्ढे और पुल पर दरारें आने की तस्वीरें देखीं तो उनका पारा चढ़ गया। पूरे लाव लश्कर के साथ निरीक्षण के लिये पहुंचे सीएम ने वहां मौजूद हाथ बांधे खड़े कई अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
PWD के प्रमुख अभियंता को फटकार, मांगी रिपोर्ट
सीएम ने देहरादून के भोपालपानी पुल की सड़क टूटने और दीवारों के टेढे होने पर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियन्ता को तत्काल गहराई से जांच के आदेश दिए।कहा कि, लापरवाही में लिप्त लोगों के खिलाफ जांच कर जल्द रिपोर्ट दें।सीएम ने रायपुर-थानौ मार्ग के मध्य निर्माणधीन सौंडा-सरौली का भी निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से भी हालात की पूरी जानकारी ली।
अधिकारी, कर्मियों और ठेकेदारों पर होगी सख्त कार्यवाई–सीएम
इस दौरान घटिया निर्माण से नाराज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों से पूछा कि क्या उनके ऊपर निर्माण कार्य को शीघ्र समाप्त करने का कोई दवाब था।उन्होंने इस प्रकार की घटनाओं में संलिप्त अधिकारी, कार्मिक और ठेकेदार पर सख्त कार्यवाई की बात कही।सीएम ने निर्माण कार्यो की गुणवता में गिरावट को लेकर अधिकारियों के खिलाफ ऐक्शन लेने के दावे किये।
भविष्य की योजना पर करप्शन का पलीता
दरअसल, निरीक्षण के दौरान सीएम के आगबूबला होने के पीछे एक बड़ी वजह भी है।क्योंकि, ये सास्ता इंटरनेशनल स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉलेज की तरफ जाता है।सरकार इन मार्गो को इसलिए ही तैयार करवा रही थी ताकि आने वाले समय में जब राज्य को खेलों की मेजबानी मिली तो इसका इस्तेमाल किया जा सके।लेकिन करप्शन में लिप्त लोगों ने फिलहाल सरकार की अच्छी सोच पर पलीता लगा ही दिया।
ब्यूरो रिपोर्ट,एपीएन