विश्व कप खेल रही कोलंबिया के मिड फील्डर कार्लोस सांचेज को हत्या की धमकी के बाद पूरी टीम की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। ग्रुप एच में पोलैंड के खिलाफ अपने दूसरे मैच को लेकर कोलंबिया की टीम पहले से ही दबाव में थी, अब इस धमकी ने टीम की परेशानी और बढ़ा दी है। अधिकारी सांचेज को मिली धमकी को इसलिए गंभीरता से ले रहे हैं क्योंकि 1994 में कोलंबिया के एक फुटब़लर की हत्या हो चुकी है। कोलंबिया के मशहूर फुटबॉलर आंद्रेस एस्कोबार को उनके एक आत्मघाती गोल के कारण गोली मार दी गई थी। ऐसे में दक्षिण अमेरिकी टीम अपने मिडफील्डर की सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम उठाने को तैयार नहीं है।
कोलंबिया ग्रुप ‘एच’ में एक मजबूत टीम मानी जा रही है लेकिन उसे अपने पहले मैच में जापान के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। कोलंबिया की उस हार ने सबको चौंकाया है और उसके बाद से टीम पर जीत का भरी दबाव है। अब खिलाड़ी सांचेज को मिली हत्या की धमकी ने खिलाड़ियों को और दहशत में डाल दिया है ।
सांचेज को पहले मैच में हैंडबॉल और एरिया में गलत तरीके से शॉट रोकने के कारण मैदान से बाहर होना पड़ा था। वे पोलैंड के खिलाफ कजान में कोलंबियाई टीम में शामिल नहीं हैं। हत्या की धमकी के बाद स्की रिजोर्ट की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है जहां कोलबिया के खिलाड़ी ट्रेनिंग कर रहे हैं।
धमकी की यह खबर दुनिया के फुटबॉल प्रेमियों को भले चौंका सकती हो लेकिन कोलंबिया के लोगों के लिए यह कोई नई बात नहीं हैं। इसी साल 12 जून को कोलंबिया के कैरेबियाई शहर बारानक्विला में एक बंदूकधारी ने एक पेशेवर फुटबाल खिलाड़ी की हत्या कर दी थी।
कोलंबिया में पहले हो चुकी है फुटबॉलर की हत्य़ा
कभी फुटबॉल के प्रति अपनी सारी जिंदगी सौंपने के सपना रखना वाले आंद्रेस एस्कोबार को क्या पता था कि यह फुटबॉल ही उनके जान का एक दिन दुश्मन बन जाएगा। दरअसल फीफा विश्व कप-1994 में अमेरिका के खिलाफ खेलते हुए एस्कोबार ने गलती से अपने ही पाले में गोल डाल दिया था। इसके बाद पूरे देश में उनकी काफी आलोचना की गई थी और जान से मारने की धमकिय़ां भी दी गई। 2 जुलाई 1994 को वह अपने एक दोस्त के साथ एक पब से जैसे ही बाहर निकले, कुछ लोगों ने उनपर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर उनकी हत्या कर दी। इस घटना के बाद कोलंबिया विश्वकप टीम के दूसरे खिलाड़ी भी बेहद डर गए थे। उन्हें डर था कि उनकी भी हत्या ना हो जाए। खिलाड़ियों ने लंबे समय तक बाहर निकलना तक बंद कर दिया था।
इसी तरह 2012 में भी कोलंबिया में एक पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी की हत्या हुई थी। इस बार भी कुछ वैसा ही हुआ जैसा आंद्रेस एस्कोबार के साथ हुआ था। कोलंबिया के कैरेबियाई शहर बारानक्विला के पास एक बंदूकधारी ने ऑटोनामस यूनिवर्सिटी सेकेंड डिवीजन क्लब के डिफेंसिव मिडफील्डर एलेक्स डी अविला की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस हमले में उसके साथी फारवर्ड खिलाड़ी हर्ले अल्काजार भी बुरी तरह से घायल हो गए। घटना के पीछे फुटबॉल क्लब की आपसी प्रतिस्पर्धा को जिम्मेदार बताया गया।
कोलंबिया फुटबॉल पर लंबे समय तक वहां की ड्रग माफिया का हाथ रहा है। माना जाता है कि कोलंबिया में ड्रग माफिया ही पर्दे के पीछे से फुटबॉल को संचालित करते हैं। ऐसे में मिड फील्डर कार्लोस सांचेज को मिली हत्या की धमकी के बाद टीम के खिलाड़ियों मे दहशत स्वाभाविक है।