जम्मू-कश्मीर की घाटी में भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट एक बार फिर शुरु कर दिया है। इसी बौखलाहट में आतंकी अब अमरनाथ यात्रा को निशाना बना सकते हैं। खुफिया रिपोर्ट में इस बात की जानकारी मिली है कि आतंकी अमरनाथ यात्रा रूट पर फिदायीन हमला कर सकते हैं। हालांकि सुरक्षा बलों की खास तैयारी है। इस बार पिछले साल की अपेक्षा भारी संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। यही नहीं सुरक्षा घेरे में आर्मी के साथ-साथ राज्य की पुलिस की चौकसी सुरक्षा बढ़ाई जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकियों ने साउथ कश्मीर से जाने वाले अमरनाथ यात्रा रूट पर आतंकी हमले का प्लान तैयार किया है। इस इलाके में सबसे ज्यादा आतंकियों की मौजूदगी इस समय है। पाकिस्तान से आए आतंकी जिनकी संख्या करीब 48 है, वह अमरनाथ यात्रा पर हमला कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, घाटी में मौजूद विदेशी आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने का प्लान तैयार किया है। घाटी में इस समय 48 विदेशी आतंकी मौजूद है। जिसमे सबसे ज्यादा 38 लश्कर के पाकिस्तानी आतंकी हैं।
बता दें कि घाटी में इस समय कुल करीब 205 आतंकी मौजूद हैं। अमरनाथ यात्रा साउथ कश्मीर के उस एरिया से निकलती है, जहां इस समय सबसे ज्यादा आतंकियों की संख्या है।
सूत्रों के मुताबिक, घाटी में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज होने की बौखलाहट में लश्कर और जैश के आतंकी साथ मिलकर अमरनाथ यात्रियों पर हमला करने की फ़िराक में हैं। घाटी में इस समय 102 हिजबुल मुजाहिद्दीन के लोकल आतंकी के साथ-साथ 47 लश्कर और 11 जैश के लोकल आतंकी मौजूद हैं। जो कश्मीर के जंगलों में ट्रेनिंग लेकर यात्रा पर हमला करने की कोशिश कर सकते हैं।
खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर पूरी चर्चा के बाद अमरनाथ यात्रा पर खतरे को देखते हुए इस बार तकनीक के आधार पर पूरे यात्रा रूट को सुरक्षित करने का प्लान तैयार हुआ है। अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों का अहम फैसला ये हुआ है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल 17 फीसदी ज्यादा सुरक्षा बलों की तादात बढ़ाई जा रही है।