पीएम मोदी हमेशा से ही डिजिटली माध्यम से लोगों तक अपनी पहुंच बनाने का प्रयास करते रहते हैं ताकि वो कम समय में अधिक से अधिक लोगों से जुड़ सकें और अपनी बात उन तक पहुंचा सकें। ऐसा ही उन्होंने अपने बीजेपी के नेताओं के साथ भी किया। मोदी ऐप के जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के सांसदों और विधायकों से संवाद किया। इस मौके पर उन्होंने विधायकों के सवालों के जवाब भी दिए। देश के कोने-कोने से सांसदों और विधायकों ने पीएम के सामने अपनी बात रखी और उनसे मार्गदर्शन मांगा। अनौपचारिक तरीके से हुए इस संवाद में पीएम ने जनप्रतिनिधियों से उनका हालचाल भी जाना।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, ताकि वो और बेहतर जीवन जी सके। इसके साथ ही उन्होंने अर्थव्यवस्था के साथ लोगों को जोड़ने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी बैंक का कर्ज लेकर नहीं भागता। इसलिए उनके विकास के लिए ध्यान देने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि मुद्रा योजना से 11 करोड़ लोगों को रोजगार मिला। अब गांवों में भी विकास का स्वरूप बदला। अर्थव्यवस्था के साथ लोगों को जोड़ने की जरूरत है। किसानों के लिए हो रहे काम का जनप्रतिनिधि प्रचार करें। विधायक और सांसद स्कूली बच्चों और नौजवानों से जुड़ें।
पीएम मोदी ने कहा था कि अगर सांसद के अपने इलाके के 3 लाख लोग ट्विटर पर उन्हें (MPs) फॉलो करने लगे तो मैं इसी तकनीक के माध्यम से सीधे उनसे बातचीत करने को तैयार हूं। विधायकों के बारे में उन्होंने कहा कि 1-2 लाख स्थानीय लोग ट्विटर पर उन्हें (MLAs) फॉलो करने लगे तो उनसे भी बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि ‘समय देने में देर हो सकती है पर मुझे स्थानीय लोगों से सीधे बात करने में आनंद आएगा’। पीएम ने सांसदों और विधायकों से बच्चों की पढ़ाई, बुजुर्गों की दवाई और युवाओं की कमाई पर फोकस करने का मंत्र दिया। गांव के विकास के लिए उन्होंने अन्ना हजारे के गांव से सीख लेने को भी कहा।