8 नवंबर 2016 को आधी रात में केंद्र सरकार के नोटबंदी के ऐलान ने रातों-रात सबकी नींद उड़ा दी। कुछ ही देर में 1000-500 के सभी नोट बंद कर दिए गए। पुराने रखे नोट कहीं कूड़े के ढ़ेर में मिले तो कहीं पर छापेमारी हुई। हैरानी की बात ये है कि नोटबंदी के 16 महीने बाद भी पुलिस को करोड़ो रुपये की नगदी बरामद हुई है।
पुलिस और एनआईए की टीम ने बीते मंगलवार की रात कानपुर के तीन-चार होटेल्स और निर्माणाधीन परिसर में छापेमारी की जिसके बाद स्वरूप नगर इलाके स्थित एक घर पर पुलिस को करोड़ों रुपये के पुराने नोट मिले। जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
एसएसपी अखिलेश मीणा के अनुसार, पुराने नोटों की गिनती अभी जारी है लेकिन अनुमान है कि पूरी रकम 90 से 100 करोड़ रुपये तक की हो सकती है। इसकी घोषणा शाम तक की जाएगी। पुलिस ने दो नामी लोगों के साथ सात लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
ये नोट पूर्वांचल के एक्सचेंज करने वालों के माध्यम से खपाए जाने थे। एसएसपी अखिलेश कुमार ने आइजी क्राइम ब्रांच की सूचना पर एसपी पश्चिम डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी पूर्वी अनुराग आर्य की टीम के साथ स्वरूपनगर, गुमटी, जनरलगंज व अस्सी फिट रोड स्थित व्यापारियों के प्रतिष्ठानों में छापेमारी कर नगदी बरामद की। देर रात तक पुलिस पूछताछ के आधार पर छापेमारी करती रही।
वहीं, आयकर टीम पकड़े गए लोगों से पूछताछ व उनसे बरामद रकम की गिनती करती रही। शहर में इतनी ज्यादा मात्रा में पुराने नोट लोगों के घरों व गोदामों में रखे है और संबंधित विभागों को जानकारी तक नहीं। पुलिस की इतनी बढ़ी रकम बरामदगी के बाद आयकर विभाग से लेकर विजलेंस टीम तक की आंखें फटी की फटी रह गईं। इस बरामदगी के बाद आयकर टीम ने शहर के अन्य नामी हस्तियों पर अपनी नजर गड़ा दी है। एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल व छापेमारी की जा रही है।