PM Modi Friend Abbas: पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी मां हीराबेन मोदी (Heeraben Modi) के 100वें जन्मदिन पर ब्लॉग लिखकर अब्बास नाम के एक मुस्लिम युवक का जिक्र किया था और बताया था कि कैसे अब्बास बचपन में उनके परिवार का हिस्सा थे। इसके बाद सोशल मीडिया पर अब्बास को लेकर चर्चा शुरू हो गई और असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधते हुए कहा कि आखिर ये अब्बास भाई हैं कहां, इनसे तो मैं भी मिलना चाहूंगा?
अब्बास को लेकर पीएम मोदी के बड़े भाई सोमाभाई मोदी ने खुलकर बातचीत की और उनके बारे में जानकारी दी है।सोमाभाई ने बताया कि अब्बास के पिता के निधन के बाद उनकी पढ़ाई छूट रही थी। जब हमारे पिता को पता चला तो वह अब्बास को अपने साथ घर ले आए और उसे हम लोगों के साथ ही रखा और आगे की पढ़ाई पूरी करवाई बाद में अब्बास की सरकारी नौकरी लग गई।
PM Modi Friend Abbas: अब्बास के सामने पढ़ाई छोड़ना मजबूरी बन गई थी
सोमाभाई मोदी ने बताया कि अब्बास राम सद्दा वडनगर के पास रसूलपुर गांव के रहने वाले हैं। ये मुस्लिमों का गांव है। अब्बास मेरे भाई पंकज के साथ पढ़ता था। उसके पिताजी का देहांत हो गया था। ऐसे में उसके सामने पढ़ाई छोड़ने की नौबत आ गई थी। मेरे पिताजी को पता चला तो उन्होंने कहा कि बेटा, पढ़ाई नहीं छोड़नी है। मैं अपने घर में रखूंगा और आगे पढ़ाऊंगा। अब्बास मेरे घर आ गया। हमारे साथ ही रहता था। हमारे साथ ही खाना खाता था। मेरी मां खाना बनाती थी। उसके बाद सरकारी नौकरी लग गई। एक साल पहले ही अब्बास का रिटायरमेंट हुआ है।
‘हमारे परिवार में मानवीय गुण’
सोमाभाई कहते हैं कि ये मानवीय गुण हैं। हम लोगों के पास मानवता के गुण हैं। हम लोग झगड़े से नफरत करते हैं। नरेंद्र भाई भी इन बातों को सही दिल से नकारते हैं। सब लोग मिलजुल कर रहें, ऐसी ही उनकी सोच है।
दोस्त के पिता की असमय मृत्यु के बाद हमारे पिताजी असहाय अब्बास को घर ले आए थे। एक तरह से अब्बास हमारे घर में ही रहकर पढ़ा। हम सभी बच्चों की तरह मां अब्बास की भी बहुत देखभाल करती थीं। ईद पर मां, अब्बास के लिए उसकी पसंद के पकवान बनाती थीं। यही नहीं, त्योहारों के समय आसपास के कुछ बच्चे हमारे यहां ही आकर खाना खाते थे। उन्हें भी मेरी मां के हाथ का बनाया खाना बहुत पसंद था।
PM Modi Friend Abbas: ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं अब्बास
अब्बास प्रधानमंत्री मोदी के दोस्त हैं और बचपन में मोदी परिवार के साथ रहते थे। अब्बास इस समय ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में अपने छोटे बेटे के पास रहते हैं। अब्बास के दो बेटे हैं। उनका बड़ा बेटा गुजरात के कासिंपा गांव में रहता है, वहीं छोटा बेटा ऑस्ट्रेलिया में रहता है। अब्बास सरकार में क्लास 2 कर्मचारी के तौर पर काम करते थे। वो गुजरात सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में काम करते थे। कुछ महीने पहले ही वे रिटायर हुए हैं।
अब्बास और प्रधानमंत्री मोदी के सबसे छोटे भाई पंकज मोदी सहपाठी थे। पंकज ने भी अब्बास को एक नेक इंसान बताते हुए कहा कि वो दिन में 5 बार नमाज अदा किया करते थे। पंकज ने बताया कि अब्बास ने हमारे साथ रहकर अपनी आठवीं और नौवीं की पढ़ाई पूरी की थी। पंकज ने बताया कि अब्बास परिवार के सदस्य की तरह थे।
पीएम मोदी ने ब्लॉग में क्या लिखा था
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा कि उनके पिता के दोस्त की मौत हो गई थी, जिसके बाद मोदी जी के पिता अपने दोस्त के बेटे अब्बास को अपने घर ले आए थे और अब्बास भाई का पालन-पोषण मोदी परिवार में हुआ। मां हीरा बेन उन्हें बेटे की तरह प्यार किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि ‘मेरी मां ईद पर अब्बास के लिए खाना बनाती थीं, दूसरों को खुश देखकर मेरी मां हमेशा खुश रहती थी। घर में जगह छोटी थी, लेकिन उसका दिल बड़ा था। पीएम मोदी ने लिखा कि मां हीराबेन ने कभी भी अब्बास और अपने बच्चों में भेदभाव नहीं किया।’
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