मुहर्रम के मौके पर यूपी के कई हिस्सों से सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई है, जिसमें 30 से अधिक लोग घायल हो गए। हालांकि यूपी के कई हिस्सों में सांप्रदायिक बवाल हुआ लेकिन कानपुर में सबसे ज्यादा तनाव देखने को मिला। कानपुर के रावतपुर और जुही क्षेत्र में मार्गो से हटकर ताजिया निकाले जाने को लेकर दो सांप्रदायिक गुटों में बवाल हुआ। इस दौरान उपद्रवियों ने जमकर पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी की।
मौके पर पहुंची पुलिस को भी इस हिंसा का शिकार होना पड़ा। इस हिंसा में उपद्रवियों ने पुलिस को अपना निशाना बनाया ही साथ में पुलिस चौकियों पर पत्थरबाजी कर तोड़फोड़ की। उनकी गाड़ियों के भी शीशे तोड़ दिए और एक वाहन को जला दिया। तनाव इतना बढ़ गया कि पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी।
इसके अलावा जूही में उपद्रवियों ने पुलिस पर चिली बम, आंसू गैस, रबर बुलेट चलाए। घटना में एसपी साउथ सहित करीब 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हालात काबू करने के लिए मौके पर पीएसी के करीब 400 जवान तैनात हैं।
पुलिस महानिरीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि जूही थाना क्षेत्र के परमपुरवा में ताजिये का जुलूस जब निर्धारित रास्ते से हटा तो एक समुदाय के कुछ लोगों ने जुलूस पर पथराव किया। दो कारों और चार मोटरसाइकिलों को आग लगा दी गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। इस हिंसा में अब तक तीन लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि अब हिंसा पर काबू पा लिया है।
बलिया में भी सांप्रदायिक तनाव-
मुहर्रम के मौके पर बलिया के सिकंदरपुर कस्बे में भी ऐसी हिंसक घटनाएं समाने आयी। घटना के दौरान कुछ जगहों पर आगजनी की गई। घटना के दौरान उपद्रवियों ने तीन बाइक को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा कई मकानों में भी तोड़फोड़ की गई। खबरों के मुताबिक इस सांप्रदायिक घटना में चार लोग घायल हो गए। डीएम सुरेंद्र विक्रम ने बताया कि कुछ शरारती तत्वों ने हरकत की थी, लेकिन अब हालात काबू में हैं। हालांकि डीएम ने किसी के घायल होने से इनकार किया है।
इलाहाबाद और कौशांबी जिले में मुहर्रम और दशहरे पर दो स्थानों पर हुई मारपीट में सात लोग लोग घायल हो गए। इसके अलावा बाराबंकी के जैदपुर के अहमदपुर इलाके में जुलूस के वक्त दो पक्षों में जमकर बवाल हुआ, यहां कई दुकानों को आग लगा दई गई। घटना के बाद पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है।