समाजवादी पार्टी अभी भी आपसी कलह से नहीं उबर पाई है। आये दिन परिवार के अंदर से खिच-खिच की खबरे सामने आती रहती हैं। इसी क्रम में आज सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने एक अहम फैसला लेते हुए राम गोपाल यादव को लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से हटा दिया। मुलायम ने ट्रस्ट के सचिव पद की जिम्मेदारी अब शिवपाल सिंह को सौंप दी है। उन्होंने यह फैसला गुरुवार को लोहिया ट्रस्ट की बैठक में लिया है। मुलायम सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक एक घंटे तक चला।
विधानसभा चुनाव से पहले की चली आ रही समाजवादी कुनबे के कलह की गुत्थी अभी भी उलझी हुई है। लोहिया ट्रस्ट के इस बैठक के बाद कुनबे की कलह और भी बढ़ने की उम्मीद जताई जा सकती हैं।
आज मुलायम सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में समजावादी पार्टी के कई दिग्गज नेता शामिल नहीं हुए। लोहिया ट्रस्ट की इस बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, आजम खान, धर्मेंद्र यादव और बलराम यादव शामिल नहीं हुए। जाहिर है कि कलह अभी शांत नहीं होने वाला है।
ट्रस्ट की बैठक के बाद लोहिया ट्रस्ट के नए सचिव शिवपाल सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘इस बैठक में ट्रस्ट के काम की समीक्षा हुई है। लोहिया जी के विचारों को देशभर में कैसे फैलाया जाए इस पर विचार हुआ है। किसको ट्रस्ट में रखना है किसको हटाना है ये नेता जी फैसला करेंगे।’
शिवपाल सिंह ने ये भी कहा कि नेता जी ने रामगोपाल यादव को पद से हटाकर मुझे ट्रस्ट की जिम्मेदारी दी है। उन्होंने कहा कि अभी तक मुझे आगरा में होने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन कोई निमंत्रण नहीं आया है। फिलहाल नेता जी 25 सितंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आगे की रणनीति की जानकारी देंगे। कयास लगाया जा रहा है कि उस दिन मुलायम सिंह कुछ बड़े फैसले ले सकते हैं।