डीजल और पेट्रोल की लगातार बढ़ती कीमतों पर केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री के जे अल्फोंस ने एक विवादित बयान दिया है। अल्फोंस ने कहा है कि जो लोग पेट्रोल और डीजल खरीद रहे हैं वे गरीब नहीं हैं और ना ही वे भूख से मर रहे हैं। इस बयान से अल्फोंस की मुश्किलें बढ़ सकती है । बता दें कि देशभर में पेट्रोल की कीमतें तीन साल से सबसे सर्वोच्च स्तर पर पहुंच चुकी हैं।
एक तरफ जहां पेट्रोल और डीजल की बढ़ती दामों को लेकर देश भर में हंगामा मचा हुआ है, जिसका विरोध विपक्ष जमकर कर रही है। वहीं दूसरी तरफ अल्फोंस ने इस तरह का बयान देकर विपक्ष को बोलने का मौका दे दिया है। अल्फोंस ने कहा कि, जो लोग पेट्रोल और डीजल का पैसा वहन कर सकते हैं उन्हें तो टैक्स देना ही होगा।
बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी के बीच ये बात सामने आई है कि राज्य सरकार द्वारा वैट की अत्यधिक दरों और केंद्र सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी की दरों को लगाए जाने की वजह से ही पेट्रोल और डीजल देश में फिर से मंहगे हो गए।
अपने इस बयान पर सफाई देते हुए अल्फोंस ने कहा कि हम टैक्स इसलिए लगा रहे हैं जिससे कि गरीब सम्मान से जिंदगी जी सके। आज जो पैसा इकठ्ठा किया जा रहा है हम उसे चुरा नहीं रहे हैं। सरकार ने यह सोच समझ कर फैसला लिया है।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अल्फोंज ने कहा कि यूपीए की सरकार में जो भी पैसा सरकार को मिला, मंत्रियों ने हजम कर लिया। यूपीए के मंत्रियों और उनकी पार्टी के सदस्यों ने देश को तहस नहस कर दिया है।
अल्फोंस ने कहा कि सरकार देश के गरीबों का हित करने आई है। सरकार उनके लिए मकान, बिजली, पानी और टॉयलेट देने के लिए आई है। इनके लिए ढेर सारे पैसों की आवश्यता होती है। इसलिए हम उन लोगों पर टैक्स लगा रहे हैं जो लोग टैक्स दे सकें।
यह पहली दफा नहीं है जब अल्फोंस ने विवादास्पद बयान दिया है। इससे पहले बीफ पर बयान देते हुए पर्यटन मंत्री अल्फोंस ने देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों को अपने देश से बीफ खाकर आने की सलाह दी थी।