FPO: योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि के समर्थन वाली खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया इंडस्ट्रीज का एफपीओ (Follow-On Public Offer) गुरुवार से खुल चुका है। आज शाम को एफपीओ बंद होने जा रहा है। शेयर कारोबार में चल रहे उठापटक का असर इसके Share पर भी पड़ा है। रुचि सोया इंडस्ट्रीज के शेयर सोमवार के इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 10 फीसदी की गिरावट के साथ 783.45 रुपये पर बंद हुए। कंपनी के हौसले कम नहीं हुए हैं।रुचि सोया इंडस्ट्रीज के शेयर सोमवार के इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 10 फीसदी की गिरावट के साथ 783.45 रुपये पर बंद हुए।
कंपनी के एफपीओ के खुलने से पहले ही उसने एंकर निवेशकों से बड़ा निवेश हासिल कर लिया है। बाबा रामदेव की पतंजलि ने 2019 में रुचि सोया का 4,350 करोड़ रुपये में अधिग्रहण कर लिया था। ये अधिग्रहण दिवाला प्रक्रिया के माध्यम से हुआ था। पिछले साल अगस्त में सेबी ने रुचि सोया को एफपीओ लाने की मंजूरी दे दी थी। अगर आप सस्ते में बाबा रामदेव की कंपनी रुचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Ruchi Soya Industries Ltd) का शेयर खरीदना चाहते हैं तो आज आपके पास आखिरी मौका है।
इस कंपनी का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) आज बंद हो रहा है। कंपनी का इश्यू 24 मार्च को खुला था लेकिन 25 मार्च तक इस केवल 24% बोलियां ही मिली थीं। FPO के तहत कंपनी ने 4,89,46,260 शेयर ऑफर किए थे जबकि लेकिन अब तक सिर्फ 1,19,79,975 शेयरों के लिए बोली लग पाई है।
FPO: इस वर्ष शेयर में आया 67 फीसदी उछाल
रुचि सोया का शेयर इस वित्त वर्ष में अब तक 67 फीसदी उछल चुका है। पिछले साल यह 276 फीसदी और उससे पिछले साल 2471 फीसदी उछला था। रुचि सोया इस ऑफर के जरिए 4300 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। इसमें से 1,290 करोड़ रुपये उसने एंकर इनवेस्टर्स से जुटा लिए थे।
कंपनी ने प्रति शेयर 615 से 650 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। शुक्रवार को कंपनी का शेयर 866.70 रुपये के भाव पर बंद हुआ था। इस तरह निवेशकों के पास सस्ते में कंपनी का शेयर पाने का मौका है।
FPO: 4,300 करोड़ रुपये जुटाना है लक्ष्य
पतंजलि आयुर्वेद के नियंत्रण वाली कंपनी रुचि सोया का एफपीओ बीते गुरुवार को खुला। कंपनी का इरादा एफपीओ के जरिये 4,300 करोड़ रुपये जुटाने का है। वह इस राशि का इस्तेमाल खुद को कर्ज-मुक्त करने के लिए करेगी। बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद की इकाई रुचि सोया का यह निर्गम 28 मार्च को बंद होगा। इसके लिए मूल्य दायरा 615-650 रुपये प्रति शेयर तक रखा गया है।
एफपीओ को बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद
रामदेव ने कहा कि रुचि सोया शेयर बाजार में जारी उठापटक के बीच यह एफपीओ लेकर आई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि रुचि सोया के उत्पादों एवं इस ब्रांड के प्रति लोगों के भरोसे को देखते हुए एफपीओ को बड़ी सफलता मिलेगी। उन्होंने बताया कि कंपनी ने एंकर निवेशकों से बुधवार को 1,290 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
एफपीओ से जुटने वाली राशि का इस्तेमाल रुचि सोया के 3,300 करोड़ रुपये के सावधि ऋण को उतारने के लिए किया जाएगा। इसके बाद कंपनी कर्ज-मुक्त हो जाएगी। एफपीओ के लिए निर्गम का मूल्य दायरा बाजार की उम्मीदों से कम रखे जाने के बारे में पूछे जाने पर रामदेव ने कहा कि निवेशकों को बेहतर रिटर्न देने के इरादे से ऐसा किया गया है।
पतंजलि के पास 98.9 फीसदी शेयर
दिवालिया प्रक्रिया के तहत रुचि सोया का अधिग्रहण करने वाली पतंजलि आयुर्वेद के पास इस कंपनी के 98.9 फीसदी शेयर हैं। एफपीओ के बाद उसकी हिस्सेदारी घटकर करीब 81 प्रतिशत रह जाएगी। वहीं सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़कर करीब 19 फीसदी हो जाएगी।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड ने रुचि सोया एफपीओ को अगस्त, 2021 में मंजूरी दी थी।सूचीबद्ध कंपनी में न्यूनतम 25 फीसदी सार्वजनिक हिस्सेदारी की नियामकीय शर्त को पूरा करने के लिए यह निर्गम लाया गया है।कंपनी के पास प्रवर्तक हिस्सेदारी को घटाकर 75 प्रतिशत पर लाने के लिए करीब तीन साल का वक्त है। इंदौर स्थित खाद्य तेल निर्माता का अधिग्रहण करने के बाद पतंजलि समूह अपने सह-संस्थापक के सपने को साकार करने के नजदीक पहुंच गया है।
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