देश के जाने माने वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने वकालत से संन्यास लेने की घोषणा की है। 94 वर्षीय जेठमलानी ने सात दशक लंबे वकालत के कैरियर से संन्यास लेने का ऐलान करते हुए शासन के मौजूदा स्तर को विपत्ति करार दिया। उन्होंने कहा कि, मैनें वकालत से भले ही संन्यास ले लिया है लेकिन भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ लड़ाई हमेशा जारी रहेगी। उन्होंने यह ऐलान दिल्ली में भारत के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के सम्मान में रखे गए बार काउंसिल ऑफ इंडिया के एक कार्यक्रम में किया। इस अवसर पर जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस एएम खान विलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूंड़, जस्टिस एलएन राव, जस्टिस एस. अब्दुल नजीर और जस्टिस नवीन सिन्हा समेत सुप्रीम कोर्ट के कई जज मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि देश अच्छी स्थिति में नहीं है। दोनों सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘पिछली और मौजूदा दोनों सरकारों ने देश को नीचा दिखाया है। जिसको उबारने की जिम्मेदारी बार के सदस्यों और सभी अच्छे नागरिकों की है’। साथ ही राम जेठमलानी ने कहा कि, ‘मैं पांच दिन बाद 95 साल का हो जाऊंगा। मैनें लंबा वक्त वकालत में गुजारा है’। बता दें देश के सबसे वरिष्ठ व महंगे वकीलों में से एक राम जेठमलानी के खातों में बड़े-बड़े केस दर्ज हैं।
जेठमलानी के कुछ बड़े और चर्चित केस –
- इंदिरा गांधी की हत्या के आरोपियों के वकील
- राजीव गांधी की हत्या के आरोपिओं के वकील
- अंडरवर्ल्ड डॉन हाजी मस्तान के वकील
- जेसिका लाल हत्या कांड के अभियुक्तों के वकील
- सोहराबुद्दीन हत्या कांड में अमित शाह के वकील
- चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव के वकील
- आय से अधिक मामले में जयललिता के वकील
- टू-जी स्पेक्ट्रम मामले में कनिमोई के वकील
- अवैध खनन मामले में बी एस येदियुरप्पा के वकील
- रामलीला मैदान मामले में बाबा रामदेव के वकील
- सेबी मामले में सुब्रत राय सहारा के वकील
- जोधपुर बलात्कार मामले में आसाराम बापू के वकील