राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति चुनाव, मानसून सत्र और स्वतंत्रता दिवस की समाप्ति के बाद अब मोदी मंत्रिमंडल के जल्द विस्तार की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार इसमें एक बड़ा फेरबदल हो सकता है और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस मुंबई छोड़कर दिल्ली आ सकते हैं।
महाराष्ट्र के कुछ प्रमुख मंत्रियों पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। इनमें गृह निर्माण मंत्री सुभाष देसाई और उद्योग मंत्री सुभाष देसाई प्रमुख हैं। विपक्ष के दबाव में इन दोनों पर जांच भी बिठाई गई है और दोनों ने इस्तीफे की भी पेशकश की थी। हालांकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इस्तीफा नामंजूर करते हुए जांच होने देने की बात की थी।
किसानों के मुद्दे पर भी देवेंद्र फड़नवीस सरकार की काफी आलोचना हो चुकी है। इसके अलावा पंकजा मुंडे पर भी भ्रष्टाचार के आरोप हैं, जिससे भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व नाराज है। इस कारण केंद्र के साथ-साथ महाराष्ट्र मंत्रीमंडल में भी बदलाव हो सकता है और महाराष्ट्र को एक नया मुख्यमंत्री मिल सकता है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री पद के रेस में राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील और वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के नाम शामिल हैं।
वहीं साफ-सुधरे छवि वाले देवेंद्र फड़नवीस को केंद्र में एक बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों का भी रखा जाएगा। वहीं कुछ नए चेहरों को भी शामिल जा सकता है, इनमें भूपेंद्र यादव और राम माधव का नाम प्रमुख है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू और एआईडीएमके भी शामिल हो सकती हैं।
गौरतलब है कि वेंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति, मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने के बाद और अनिल माधव दवे के निधन से रक्षा मंत्रालय समेत चार प्रमुख मंत्रालय रिक्त हैं और अतिरिक्त प्रभार वाले मंत्रियों के भरोसे चल रहे हैं।
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