कभी-कभी कुछ घटनाएं जाने अनजाने ऐसी मिल जाती हैं कि पूरी दुनिया की धारणाएं ही बदल जाती है। ऐसा ही कुछ झारखंड के गौरक्षकों द्वारा किए गए हत्या मामलें में भी देखने को मिला। गुरूवार को झारखंड के रामगढ़ जिले में गौरक्षकों ने मोहम्मद अलीमुद्दीन नामक आदमी को बीफ के नाम पर खूब पीटा। परिणामस्वरूप अस्पताल में उसकी मौत हो गई। वाकई यह घटना गैरकानूनी और असहनशील है। कई लोगों को इस घटना पर खूब क्रोध भी आया होगा किंतु अब उस आदमी के बारे में एक और हकीकत सामने आई है जिसके कारण दयावान जनता का नजरिया ही बदल जाएगा। बताया जा रहा है कि मो.अलीमुद्दीन पर हत्या,किडनैपिंग और चोरी जैसे संगीन आरोप लगे हुऐ थे। अलीमुद्दीन पर हत्या और अपहरण के दो केस दर्ज थे। सीसीएल गिद्दी परियोजना के रीजनल स्टोर में हुई चोरी में भी वह आरोपी था।
किंतु हर मामला ऐसा नहीं होता। गौरक्षकों द्वारा बढ़ रही अराजकता थमने का नाम नहीं ले रही। सरकार द्वारा गाय की हिफाजत खूनी खेल का रूप ले लेगी, यह स्वयं सरकार ने भी नहीं सोचा होगा।
बता दें कि गुरूवार को जब पीएम मोदी अपने भाषण के दौरान गौरक्षकों को गांधीवाद सिखा रहे थे वहीं बीफ के शक पर गौरक्षक गोडसे के मार्ग पर चलकर एक आदमी की जान लेने को आतुर थे।
इस घटना के बाद परिवारजनों ने मृतक का शव लेने से इंकार कर दिया और इंसाफ के लिए विरोध प्रदर्शन करने लगे थे। किसी तरह पुलिस द्वारा मनाने पर उन्होंने शव लिया। शुक्रवार को हुए इस मामले में पुलिस ने 12 लोगों पर नामजद केस दर्ज किया है।