जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों द्वारा सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी तो होती रहती है। जिस पर कई लोग अपनी प्रतिक्रियाएं भी प्रकट करते हैं। हाल ही में कश्मीर में श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए हुए मतदान के दौरान हुई हिंसा के बाद सेना के एक मेजर ने पोलिंग अधिकारियों और साथियों को पत्थरबाजों से बचाने के लिए एक अलग तरीका अपनाया था।
मेजर ने पत्थरबाजी करने वाले व्यक्तियों में से एक व्यक्ति को जीप से बांध दिया ताकि कोई भी पत्थरबाज अधिकारियों और सुरक्षा बलों पर पथराव न कर सके। ऐसा करने पर मेजर को सम्मानित भी किया गया जिसका लोग काफी समर्थन कर रहे हैं। समर्थन करने वालों में सबसे पहले बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर और साथ ही कई भारतीय खिलाड़ी शामिल हैं। ऐसे में क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग पीछे कैसे रह सकते हैं। वीरेंद्र सहवाग सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। सहवाग देश से संबधित मामलों में अपना विचार अवश्य रखते हैं। वीरेंद्र सहवाग ने भी मेजर की सराहना करते हुए उनको सलाम किया और ट्विटर पर उनको एक खास संदेश दिया। वैसे तो वीरेंद्र सहवाग सोशल मीडिया में अपने मजाकिए ट्वीट करने के अंदाज से जाने जाते हैं लेकिन इस बार वीरेंद्र सहवाग ने कश्मीर में सुरक्षा बलों के लिए बिगड़े हालात के मुद्दे को काफी गंभीरता से लिया। इसी के साथ-साथ मेजर को सम्मानित किए जाने पर आलोचना करने वालों को भी वीरेंद्र ने करारा जवाब दिया।
पत्थरबाज को जीप से बांधने वाले मेजर का नाम लीतुल गोगोई है। हालांकि वीरेंद्र सहवाग ने अपने ट्वीट में मेजर का नाम गलत लिख डाला लेकिन उनका सदेंश जवान को सम्मान देने की थी जिसमें वह खरे उतरे। वीरेंद्र सहवाग ने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘मेजर नितिन गोगोई’ आपको कमेंडेशन मेडल मिलने की बधाई। आपने हमारे सैनिकों और ड्यूटी कर रहे अन्य अधिकारियों को सकुशल बाहर निकाल करके अद्भुत साहस का प्रदर्शन किया है।
Congratulations Major Nitin Gogoi for the medal of commendation. Great effort in safely rescuing our soldiers & many other wonderful duties
— Virender Sehwag (@virendersehwag) May 22, 2017
वीरेंद्र सहवाग पहले भी कई बार कश्मीर के मुद्दे पर अपने विचार सोशल मीडिया के माध्यम से सबके सामने रख चुके हैं। मेजर द्वारा व्यक्ति को जीप में बांधने की घटना को काफी लोगों ने गलत बताया था और आलोचना भी की थी लेकिन सेना की और से कहा गया कि अगर उस व्यक्ति को ढाल की तरह नहीं खड़ा किया जाता तो सैकड़ो लोगों की भीड़ पोलिंग अधिकारियों और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों पर हमला कर देती। मेजर को सम्मानित करने के बाद समर्थन और आलोचना का दौर बेशक जारी है लेकिन इन सब के बीच जम्मू कश्मीर पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि मेजर के खिलाफ उनकी जांच जारी रहेगी।