ऑनलाइन रेस्टोरेंट डिस्कवरी और फूड डिलिवरी सर्विस कंपनी जोमाटो के बारे में आपने सुना ही होगा। साथ ही इसका इस्तेमाल करके अपने पास के रेस्टोरेंट और अपने पंसदीदा खाने को भी ऑर्डर करके मँगाया होगा।

बता दें कि ऑनलाइन रेस्टोरेंट और खाना घर तक पहुंचाने की सुविधा देने वाली जोमाटो कंपनी की वेबसाइट गुरुवार को हैक कर ली गई। इस बात की जानकारी खुद जोमाटो मैनेजमेंट ने दी है। बताया जा रहा है कि जोमाटो की वेबसाइचट को किसी डार्क वेब वेंडर ‘Nclay’ नाम के हैकर ने की है। मैनेजमेंट ने बताया कि वेबसाइट को हैक करके करीब 1 करोड़ 70 लाख (17 मिलियन) यूजर्स के रिकॉर्ड्स को डाटाबेस से चोरी कर लिया गया है। चुराई गई जानकारी में यूजर्स के ई-मेल एड्रेस, पासवर्ड और मोबाइल नंबर शामिल हैं। हालांकि कंपनी और कंपनी की सीटीओ गुंजन पाटीदार ने अपने ऑफिशियल ब्लॉग में लिखकर भरोसा दिलाया है कि चोरी हुई जानकारी में यूजर्स द्वारा की गई पेमेंट की जानकारी और क्रेडिट कार्ड डाटा की जानकारी को कोई खतरा नहीं है। वेबसाइट से डाटा चोरी होने के बाद जोमाटो कंपनी ने अपने 12 करोड़ एक्टिव यूजर्स को जल्द से जल्द पासवर्ड बदलने के लिए कहा है।

डाटा चोरी करने का मुख्य कारण जानकारी निकालकर बेचने को बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जोमाटो के 17 मिलियन यूजर्स के हैक हुए डाटा को डार्क वेब पर ऑनलाइन बेचा भी जा रहा है। जोमाटो ने कहा कि उसने सभी प्रभावित यूजर्स के पासवर्ड रीसेट कर दिए हैं। उन्हें ऐप और वेबसाइट से लॉग आउट भी कर दिया गया है। जोमाटो का कहना है कि जब तक यह परेशानी खत्म नहीं हो जाती, तब तक यूजर्स की सभी जानकारी हमारे डाटाबेस में सुरक्षित रहेंगी।

जोमाटो कंपनी की शुरूआत अप्रैल 2014 में की गई थी और इसके को-फाउंडर पंकज चड्ढा हैं। इस कंपनी के ऐप में लगभग 75,000 से ज्यादा रेस्टोरेंट शामिल हैं। इस कंपनी की सुविधा पहले भारत में 14 शहरों में पहुंचाई जा रही थी लेकिन बाद में इन 14 शहरों में से 4 शहरों को हटा दिया गया है, जिसमें लखनऊ, कोच्चि. इंदौर और कोयम्बटूर शामिल है। हाल ही में जोमाटो ने अपना चैट सपोर्ट फीचर लॉन्च किया है जहां कंज्यूमर ऑर्डर से जुड़े किसी भी तरह के सवाल पूछे जा सकते हैं।

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