अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बिगड़ते रिश्‍तों के लिए पाकिस्तान को जिम्‍मेदार ठहराया है। अमेरिका के डोनाल्ड ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने जानकारी दी है कि पाकिस्‍तान इन दिनों भारत और अफगानिस्‍तान पर बड़े आतंकी हमले की योजना बना रहा है, साथ ही यह भी खुलासा किया कि नवाज शरीफ सरकार एटमी जखीरा बढ़ा रही है, ताकि समय आने पर भारत का सामना किया जा सके। अमेरिका के नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर डेनियल कोट्स ने अमेरिकी सांसदों को संबोधित करते हुए कहा,भारत पाकिस्तान के बीच तनाव तभी दूर किया जा सकता है जब नए सिरे से 2017 में बातचीत हो। इसके लिए जरूरी है कि सीमा पार आतंकवाद में कमी आए और पाक पठानकोट हमले की जांच में तेजी लाए। बता दें कि पिछले साल जनवरी में हुए पठानकोट एयरबेस पर हमले में 7 जवान शहीद हो गए थे।

उधर ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इसमें 7 राष्ट्रीय और 49 क्षेत्रीय स्टार की पार्टियां शामिल हुईं। इस दौरान आयोग के एक अफसर ने ईवीएम के सिक्युरिटी फीचर्स को लेकर एक प्रेजेंटेशन दिया। आयोग का कहना है कि हम पार्टियों को भरोसा दिलाएंगे कि ईवीएम पूरी तरह टेम्पर प्रूफ हैं। इलेक्शन कमीशन ने सभी दलों को दो दिन बाद गड़बड़ी का आरोप साबित करने की चुनौती दी है।

शुक्रवार 12 मई को एपीएन न्यूज के खास कार्यक्रम मुद्दा में दो अहम संवेदनशील विषयों पर चर्चा हुई। इसके पहले हिस्से में भारत अफगानिस्तान पर आतंकी हमले की योजना और दूसरे हिस्से में चुनाव आयोग द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक पर चर्चा हुई। इस चर्चा में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल थे। इन लोगों में रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल ए के बख्शी (रक्षा विशेषज्ञ), दुष्यंत शर्मा (नेता कांग्रेस), तेजेंद्र बग्गा (प्रवक्ता बीजेपी), कुलसुम मुस्तफा (वरिष्ठ पत्रकार), पार्सा वेंकटेश्वर राव (वरिष्ठ पत्रकार) व  रविदास मेहरोत्रा (नेता सपा) शामिल थे।

रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल ए के बख्शी ने कहा कि चीन स्वार्थ की राजनीति करता है, वह बिना किसी नीति के किसी और के लिए किसी से नहीं लड़ता है। चीन को सीपीसी कॉरिडोर चाहिए जिसके लिए वह पाकिस्तान को केवल कठपुतली की तरह नचा रहा है।

पार्सा वेंकटेश्वर राव ने कहा कि अमेरिका के आए बयान के अनुसार उनका मामना है कि पाकिस्तान का आतंक में दखल है और अफगानिस्तान सदैव पाकिस्तान को आतंकी देश कहता आया है। हाल ही में ईरान सरकार द्वारा आए बयान में कहा गया कि’जरुरत पड़ने पर ईरानी सेना पाक में घुसकर आतंकवादियों के कैंप को तबाह करेगी।’ फिर भी पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। उन्होंने ईवीएम पर अपना मत रखा कि ‘कोई भी मशीन परफेक्ट नहीं होता, चुनाव आयोग को कहना चाहिए की हम मशीन हैक होने नहीं देंगे और इसकी जांच करेंगे।‘ लेकिन वह इस बात से भी साफ इनकार कर रहा है।

कुलसुम मुस्तफा ने आतंकी गतिविधियों को लेकर कहा कि सोशल मीडिया पर क्या चल रहा है इससे जनता को अवगत होना पड़ेगा? जिससे देश हित की खबर आम व्यक्ति तक पहुंचे। रही बात ईवीएम मशीन की तो अगर सपा, बसपा या अन्य सभी विपक्षी दलों को लग रहा था कि चुनाव में धांधली हो रही है तो उन्होंने तत्काल एक्शन क्यो नहीं लिया?

दुष्यंत शर्मा ने कहा कि अमेरिका का यह बयान डिप्लोमेसी का एक हिस्सा है और भारत सरकार अमेरिका के इस डिप्लोमेटिक बयान से आश्वस्त होकर देश की सीमा को सुरक्षित नहीं रख सकती। यह कोई राजनीतिक मुद्दा न होकर देश का मुद्दा है। उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा बुलाई गई बैठक और ईवीएम की विश्वसनीयता पर बताया कि चुनाव के दौरान कई जगह ऐसा हुआ है कि जनता ने वोट किसी को दिया पर वोट मिले किसी और को।

तेजेंद्र बग्गा ने कहा कि पिछली सरकार की तुलना में इस सरकार ने भारतीय सेना को खुली छूट दी है। सेना की इसी शौर्य एक एक झलक को हमने सर्जिकल स्ट्राइक के रुप में देखा। उन्होंने ईवीएम मुद्दे पर दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके विधायको पर जमकर हमला बोला।

रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि लोकतंत्र में जनता के द्वारा, जनता के लिए और जनता का शासन होता है और देश की जनता ईवीएम की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगा रही है। सरकार बताए की चुनाव पांच राज्यों में था लेकिन वीवीपैट मशीन केवल गोवा चुनाव में ही क्यों लगाई गई।

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