उत्तरप्रदेश के वाराणसी में शनिवार शाम शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक चौक थाना अंतर्गत ठठेरी बाजार स्थित सीताराम ज्वेलर्स की दुकान पर डकैतों ने पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए डाका डाला। हुआ यूं कि तीसरे पहर के लगभग सवा चार बजे आधा दर्जन बदमाशों ने असलहे के दम पर दुकान में दाखिल हुए। जिसके बाद उन्होंने सीताराम ज्वेलर्स के संचालक संजय अग्रवाल और उनके दो कर्मचारी महेंद्र सिंह चौहान और छोटू को बंधक बनाकर दुकान में लूट पाट शुरु कर दी। डकैतों ने इस पूरी घटना को लगभग दस मिनट के अंदर अंजाम देते हुए शो केस में रखे लगभग दस करोड़ रुपये के सोने, चांदी, हीरा व अन्य रत्नों पर हाथ साफ कर फरार हो गए। डकौतों ने जाने से पहले साक्ष्य मिटाने के लिए दुकान में लगे सारे सीसीटीवी कैमरों के साथ डीवीआर को भी तोड़ दिया था।
शोरुम के मालिक मालिक संजय अग्रवाल का बयान…
शोरुम के मालिक संजय अग्रवाल के मुताबिक करीब शाम पौने चार बजे दो युवक लॉकेट खरीदने के नाम पर दुकान में दाखिल हुए। थोड़ी देर बाद उनके और चार साथी दुकान के अंदर दाखिल हुए, जिसमें से एक ने अपने चेहरे को कपड़े से ढक रखा था। जब तक संजय कुछ समझ पाते तब तक डकैतों ने बंदूक निकालकर संजय के सिर के ऊपर रख दी और उनके दो कर्मचारियों को भी बंधक बनाने के बाद घटना को पूर्णत: अंजाम दिया। खबर के मुताबिक सीताराम ज्वेलर्स का नाम शहर के बड़ी ज्वेलर्स की दुकानों में शुमार है जिनका व्यापार पूर्वांचल के साथ साथ बिहार में भी फैला हुआ है।
जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की टीम…
घटना की जानकारी मिलने के बाद एक्शन में आई आला अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची। जिसमें राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी,आईजी जोन एन रविंद्र, एसपी सिटी राजेश यादव, थाना प्रभारी एसएसपी आशीष तिवारी, एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची। सराफा कारोबारी के अनुसार पुलिस को बताए गए बयान में डकैती की गए स्वर्ण आभूषणों की कीमत पहले साराफा कारोबारी ने 10 करोड़ रुपए बताई थी। हालांकि देर रात पुलिस द्वारा जांच पड़ताल व अभूषणों के मिलान करने के बाद आभूषणों की कुल कीमत तीन करोड़ साठ लाख बताई जा रही है। जहां पुलिस ने अज्ञात डकैतों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया है तो वहीं दूसरी ओर क्राइम ब्रांच की टीम ने दुकान सहित आस पास के सभी दुकानों के सीसीटीवी फुटेज द्वारा अज्ञात डकैतों के सुराग को छानने में जुटी पड़ी है। माना जा रहा है कि बनारस शहर में घटित हुई यह घटना अब तक की सबसे बड़ी वारदात बताई जा रही है।