Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा मामले का मुख्य आरोपी विदेश में मिला है और खुफिया एजेंसियों एवं इंटरपोल (Interpol) की मदद से उसे भारत वापस लाने की कोशिश जारी है। बता दें, पिछले साल नवंबर के महीने में शाही जामा मस्जिद के दूसरे सर्वे के बाद हिंसा भड़की थी, जिसमें 4 लोगों की मौत और दर्जनों लोग घायल हुए थे।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि मुख्य आरोपी, शारिक साटा (Shariq Sata) ने अपने साथियों के साथ मिलकर पिछले साल 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा की योजना बनायी थी।
संभल में यह हिंसा पिछले साल 24 नवंबर में शाही जामा मस्जिद के दूसरे सर्वे के बाद हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई जबकि 29 पुलिसवाले घायल हो गए।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एक और आरोपी, मुल्ला अफरोज – जो शारिक का साथी है और अभी मुरादाबाद जेल में बंद है – पर रासुका के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बिश्नोई ने आगे कहा कि अफ़रोज़ पर 11 आपराधिक मामले हैं और उसका लूट और हत्या जैसे गंभीर आपराधिक इतिहास रहा है।
अधिकारी ने कहा कि वह 2014 में समाजवादी पार्टी के मौजूदा विधायक इकबाल महमूद के घर के बाहर गोलीबारी की घटना में भी शामिल था।
बिश्नोई ने कहा, “मुख्य आरोपी, शारिक साटा, अभी विदेश में है। पुलिस उसे ढूंढने की पूरी कोशिश कर रही है। भारत में उसके पिछले संबंधो का पता लगाया जा रहा है, और इंटेलिजेंस एजेंसियों को भी इसमें शामिल किया गया है। उसकी जानकारी पता होने के बाद, उसे इंटरपोल चैनलों के जरिए भारत वापस लाया जाएगा।”
एसपी ने यह भी कहा कि हिंसा की योजना करने और भड़काने में शामिल दूसरे आरोपियों पर भी रासुका के तहत कार्रवाई होगी।
बता दें कि संभल विवाद 19 नवंबर, 2024 का है, जब वकील हरिशंकर जैन और विष्णु शंकर जैन समेत कई लोगो ने संभल जिला अदालत में एक मामला दर्ज किया किया था, जिसमें दावा किया गया था कि शाही जामा मस्जिद एक मंदिर के ऊपर बनाई गई थी। अदालत के आदेश पर उसी दिन (19 नवंबर) एक सर्वे किया गया था, उसके बाद 24 नवंबर को एक और सर्वे किया गया – जिस दिन हिंसा भड़की थी।
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