बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने पूरी ताकत झोंक दी है। गुरुवार, 9 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पार्टी पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की जाएगी। इसी बीच एक बड़ी राजनीतिक चर्चा ने जोर पकड़ लिया है — क्या इस बार नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार भी चुनावी मैदान में उतरेंगे?
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता चाहते हैं कि निशांत कुमार को भी मौका मिले। समर्थकों ने मुख्यमंत्री से यह आग्रह किया है कि उन्हें नालंदा जिले की हरनौत विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया जाए। बताया जा रहा है कि इस मांग को लेकर जिले के कई वरिष्ठ नेता पहले ही नीतीश कुमार से मुलाकात कर चुके हैं।
हरनौत सीट से जुड़ा है नीतीश कुमार का पुराना रिश्ता
नीतीश कुमार का गृह जिला नालंदा है और उनका राजनीतिक सफर भी यहीं से शुरू हुआ था। वे वर्ष 1985 से 1989 तक हरनौत विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। ऐसे में निशांत कुमार को उसी सीट से चुनाव लड़ाने को लेकर पार्टी में चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, अंतिम निर्णय खुद नीतीश कुमार ही लेंगे।
सुबह 10 बजे JDU की अहम बैठक
बिहार चुनाव के मद्देनज़र JDU की एक महत्वपूर्ण बैठक गुरुवार सुबह 10 बजे सीएम आवास पर बुलाई गई है। इस बैठक में न केवल संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा होगी, बल्कि सीट बंटवारे को लेकर भी मंथन किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी के कुछ प्रमुख उम्मीदवारों के नाम लगभग तय माने जा रहे हैं — नालंदा से श्रवण कुमार, राजगीर से कौशल किशोर, सुपौल से ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, पिपरा से रामविलास कामत, और निर्मली से अनिरुद्ध प्रसाद यादव का नाम चर्चा में है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या इस बैठक में नीतीश कुमार अपने बेटे निशांत के नाम पर मुहर लगाते हैं या नहीं — अगर ऐसा होता है, तो यह बिहार की राजनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।









