जीएसटी सुधारों (GST Reforms) के ऐलान का असर शेयर बाजार पर साफ दिखाई दे रहा है। घरेलू शेयर बाजार ने गुरुवार को लगातार छठे दिन तेजी दर्ज की। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 143 अंक उछलकर पहली बार 82,000 के स्तर को पार कर गया। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 33 अंक चढ़कर 25,083.75 पर बंद हुआ।
बाजार में बढ़त क्यों?
विशेषज्ञों का कहना है कि जीएसटी दरों को सरल बनाने के प्रस्ताव और हाल ही में एसएंडपी (S&P) द्वारा भारत की रेटिंग अपग्रेड किए जाने से निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है। खासकर आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस और एलएंडटी जैसे दिग्गज शेयरों में लिवाली ने बाजार को मजबूती दी।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक वक्त 373 अंक तक चढ़ गया था, हालांकि आखिरकार यह 142.87 अंक यानी 0.17% की बढ़त के साथ 82,000.71 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 14 शेयर हरे निशान में रहे, जबकि 16 लाल निशान पर बंद हुए।
जीएसटी सुधारों से उम्मीदें
राज्यों के मंत्रियों के समूह ने केंद्र के 5% और 18% दो-स्लैब जीएसटी स्ट्रक्चर को अपनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उम्मीद है कि जीएसटी परिषद अगले महीने इस पर अंतिम निर्णय ले सकती है। वर्तमान में 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत की चार-स्तरीय संरचना लागू है।
विदेशी बाजारों का असर
वैश्विक स्तर पर मिश्रित संकेत मिले। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कम्पोजिट बढ़त में रहे, जबकि जापान का निक्की और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर के कारोबार में कमजोरी रही।
निवेशकों की नजर अमेरिकी फेड पर
अमेरिकी फेडरल रिजर्व प्रमुख जेरोम पावेल के जैक्सन हॉल संगोष्ठी में बयान पर निवेशकों की निगाह टिकी हुई है। वहीं, एफआईआई ने बुधवार को 1,100.09 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, लेकिन डीआईआई ने 1,806.34 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
तेजी का आंकड़ा
लगातार 6 दिन की तेजी में सेंसेक्स 1,765 अंक (2.14%) और निफ्टी 596 अंक (2.4%) चढ़ चुका है। वहीं, कच्चे तेल का वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड भी 0.90% बढ़कर 67.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।