राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने सोमवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजा गया, तो पीएम मोदी ने विपक्षी नेताओं को भी इसकी जिम्मेदारी देकर अपने बड़प्पन का परिचय दिया।
तेजस्वी सूर्या को दिया करारा जवाब
लोकसभा में विशेष चर्चा के दौरान सुप्रिया सुले ने भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या की टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी। सूर्या ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर राष्ट्रीय सुरक्षा के मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में सुले ने कहा कि तेजस्वी सूर्या का यह बयान लाखों सैनिकों के समर्पण और शौर्य का अपमान है। उन्होंने कहा, “जो इतिहास वो हमें सिखाने की कोशिश कर रहे थे, उसे पहले खुद अच्छी तरह पढ़ लें।”
देश सर्वोपरि है: सुप्रिया सुले
सुले ने सदन में भारतीय सेना की उपलब्धियों को याद करते हुए कहा, “जब देश की बात आती है, तो देश पहले होता है, फिर राज्य और उसके बाद दलगत राजनीति।” उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष के नेताओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया, जो भारत के लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाता है।
पहलगाम हमले पर विपक्ष की एकजुटता
उन्होंने बताया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सबसे पहले कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट किया था कि पूरे विपक्ष को केंद्र सरकार का साथ देना चाहिए। उन्होंने दोहराया कि जब तक हमलावरों को सज़ा नहीं मिलती, न्याय अधूरा रहेगा।