Milkipur Byelection: बीते दिन यानी 8 फरवरी (शनिवार) को मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव 2025 के नतीजे सामने आए और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जबरदस्त जीत दर्ज की है। इस उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (SP) को करारी हार का सामना करना पड़ा, जबकि बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने चुनाव में हिस्सा नहीं लिया। नतीजों के बाद बीएसपी प्रमुख मायावती ने सपा पर तीखा हमला बोला और अपनी पार्टी की उपचुनाव से दूरी की वजह भी बताई।
बीजेपी की शानदार जीत, सपा की हार
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए इस उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने 61,710 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार और फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को हार का सामना करना पड़ा। मालूम हो कि यह सीट अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी, जिसके चलते यहां उपचुनाव हुआ।
मायावती ने सपा को घेरा
मायावती ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लिखा, “चुनावी नतीजों के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी आमतौर पर उपचुनावों से दूरी बनाए रखती है, क्योंकि जब तक चुनावी प्रक्रिया में जरूरी सुधार नहीं होते, तब तक उपचुनाव लड़ना सही नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब बीएसपी ने इस चुनाव में भाग नहीं लिया, तो फिर समाजवादी पार्टी अपनी सीट पर इतनी बुरी तरह कैसे हार गई? मायावती के मुताबिक, सपा को अब जनता को यह जवाब देना होगा कि आखिरकार इतनी बड़ी हार क्यों हुई। उन्होंने कहा कि पिछले उपचुनाव में भी सपा ने अपनी हार का ठीकरा बीएसपी पर फोड़ने की कोशिश की थी।”
जातिगत राजनीति पर मायावती का बयान
मायावती ने अपने बयान में बीजेपी, कांग्रेस और सपा को जातिवादी पार्टियां करार दिया। उन्होंने कहा कि ये पार्टियां गरीबों, मजदूरों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की हितैषी नहीं हैं, बल्कि उनका शोषण करने का काम करती हैं। उन्होंने सर्वसमाज के लोगों से अपील की कि वे केवल बीएसपी पर भरोसा करें, क्योंकि केवल यही पार्टी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाते हुए उनके अधिकारों की रक्षा कर सकती है। मायावती ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जहां बीएसपी की सरकार में सभी वर्गों को न्याय मिला था।
मिल्कीपुर सीट पर समाजवादी पार्टी की हार उसके लिए एक बड़ा झटका है। यह सीट उसकी पारंपरिक सीटों में मानी जाती थी, लेकिन जनता ने इस बार बीजेपी पर भरोसा जताया। अयोध्या नगरी इसी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है, और 2024 लोकसभा चुनाव में सपा ने फैजाबाद सीट जीती थी। तब सपा ने बीजेपी की हार पर उपहास किया था, लेकिन अब अयोध्या क्षेत्र से जुड़ी इस विधानसभा सीट पर मिली हार ने उसकी (सपा) सियासी स्थिति को कमजोर कर दिया है। बीजेपी ने इसे जनता के भरोसे की जीत बताया है।
मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजों ने यूपी की राजनीति में नए समीकरणों को जन्म दिया है। बीजेपी की जीत से साफ हो गया है कि जनता का झुकाव उसकी नीतियों की ओर बढ़ रहा है, वहीं समाजवादी पार्टी को आत्ममंथन करने की जरूरत है। बीएसपी ने चुनाव में भाग न लेकर भी सपा को कठघरे में खड़ा कर दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले चुनावों में इन पार्टियों की रणनीतियां क्या होंगी।