भारत में धार्मिक पर्यटन की दिशा में बदलाव देखने को मिल रहा है, जहाँ गोवा और मनाली जैसे पर्यटक स्थल अब पिछड़ते जा रहे हैं और लोग अब पुरी, वाराणसी और हरिद्वार जैसे धार्मिक स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं। OYO की 2024 की ‘ट्रैवलोपीडिया’ रिपोर्ट में इस ट्रेंड का खुलासा हुआ है, जिसमें बताया गया है कि धार्मिक स्थलों की यात्रा में भारी वृद्धि देखी गई है। इस रिपोर्ट में, ट्रैवल पैटर्न और बुकिंग डेटा का विश्लेषण किया गया है, जिससे यह बात सामने आई है कि भारत में धार्मिक पर्यटन का स्वरूप अब अधिक बढ़ता जा रहा है।
भारत में धार्मिक पर्यटन का नया रुझान
OYO की रिपोर्ट के अनुसार, पुरी, वाराणसी और हरिद्वार जैसे स्थलों ने सबसे ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित किया है, जबकि गोवर्धन और पलानी जैसे स्थान अपेक्षाकृत कम यात्रा किए गए हैं। इसके अलावा, हैदराबाद ने भारत के सबसे बुक किए गए शहर के रूप में अपनी जगह बनाई है। इस वर्ष भारत में ट्रेवल बुकिंग में साल दर साल 48% की वृद्धि देखी गई है।
छोटे शहरों में बढ़ता हुआ पर्यटन
इस रिपोर्ट के मुताबिक, छोटे शहरों जैसे पटना, राजमुंदरी और हुबली में पर्यटन के मामले में अभूतपूर्व विकास हुआ है। साथ ही, उत्तर प्रदेश ने अपनी बुकिंग में नबंर वन पर जगह बनाई है। बेंगलुरु, दिल्ली और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में भी बुकिंग की संख्या में इजाफा देखा गया है।
समय के साथ बदल रहे ट्रेवल ट्रेंड्स
2024 में फेस्टिवल्स के दौरान बुकिंग की संख्या अधिक रही, जैसा कि OYO के ग्लोबल चीफ सर्विस ऑफिसर श्रीरंग गोडबोले ने बताया। हालांकि, कुछ स्थानों में गिरावट भी देखी गई, जैसे मुंबई, जहाँ बुकिंग में कमी आई। इस साल छुट्टियों के दौरान देशभर के विभिन्न राज्यों में पर्यटन की गतिविधि में भी वृद्धि हुई है, जिसमें जयपुर, पांडिचेरी, और मैसूर प्रमुख रूप से शामिल हैं।
भारत में धार्मिक पर्यटन के बढ़ते रुझान को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि लोग अब केवल मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि आध्यात्मिक अनुभव के लिए भी यात्रा कर रहे हैं। यह ट्रेंड आने वाले वर्षों में और भी मजबूत हो सकता है, और भारतीय पर्यटन उद्योग को एक नई दिशा दे सकता है।