अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का आखिरी विदेश नीति भाषण: अमेरिका के नेतृत्व, उपलब्धियों और वैश्विक स्थिति पर प्रकाश, जानें क्या-कुछ कहा?

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Joe Biden delivers final speech on US foreign policy: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल के अंतिम चरण में आज यानी मंगलवार (14 जनवरी, 2024) को विदेश नीति पर अपना अंतिम भाषण दिया। यह भाषण वॉशिंगटन डीसी के फॉगी बॉटम स्थित अमेरिकी विदेश विभाग मुख्यालय में आयोजित किया गया। इस दौरान उन्होंने अमेरिका की वैश्विक भूमिका, अपने प्रशासन की उपलब्धियां और बीते चार वर्षों में दुनिया में आए बदलावों पर चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के सामने मजबूती से खड़े रहते हुए विश्व में अपनी स्थिति को और सशक्त किया है। ऐसे में, आइए जानते हैं उन्होंने राष्ट्रपति रहते हुए अपने अंतिम विदेश नीति भाषण में क्या-क्या कहा।

नए दौर की शुरुआत और संकटों का सामना

अपने भाषण की शुरुआत में जो बाइडेन ने कहा कि पिछले चार वर्षों में अमेरिका और दुनिया ने कई संकटों का सामना किया है। उन्होंने कहा, “एक नया दौर शुरू हो गया है। इन चार वर्षों में कई संकट आए जिनका हमने डटकर सामना किया।” बाइडेन ने यह भी कहा कि इन सभी चुनौतियों से न केवल अमेरिका मजबूती के साथ उभरा है, बल्कि उसने वैश्विक अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी और मानवीय मूल्यों के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को भी छुआ है।

बाइडेन ने अपने प्रशासन की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका ने वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। उन्होंने कहा, “हमने यह सुनिश्चित किया कि अमेरिका वैश्विक प्रतिस्पर्धा में परचम लहराए। मेरे प्रशासन की टीम ने ऐसा संभव किया।”

मजबूत साझेदारी और प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त

बाइडेन ने अपने भाषण में बताया कि अमेरिका अब पहले से अधिक मजबूत है और उसने दुनिया के अन्य देशों के साथ अपने रिश्तों को भी मजबूती दी है। उन्होंने कहा, “अमेरिका ने अपने साझेदारों के साथ संबंधों को और मजबूत किया है। वहीं, हमारे प्रतिद्वंद्वी इस दौरान संघर्ष कर रहे हैं। हमने यह सब बिना किसी युद्ध के किया।”

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी विदेश नीति ने अमेरिका की कूटनीतिक और आर्थिक ताकत को बढ़ाने का काम किया है। बाइडेन ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान अमेरिका ने इतिहास में अब तक के सबसे अधिक साझेदार बनाए हैं। यह उपलब्धि बताती है कि उनकी विदेश नीति न केवल सफल रही, बल्कि उसने अमेरिका को विश्व में अधिक प्रभावी और मजबूत बनाया।

देश और दुनिया में अमेरिका की मजबूत स्थिति

जो बाइडेन ने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि उनके और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के कार्यकाल के दौरान अमेरिका ने अपनी स्थिति को और मजबूत किया। उन्होंने कहा, “हमने देश और दुनिया में अमेरिका की स्थिति को बेहतर बनाया है। हमारी कूटनीति ने यह सुनिश्चित किया है कि अमेरिका न केवल आर्थिक रूप से सुरक्षित है, बल्कि वैश्विक रूप से भी सुरक्षित है।”

बाइडेन ने अपने भाषण में इस बात का उल्लेख किया कि कैसे अमेरिका ने अपनी कूटनीतिक ताकत को बढ़ाया और अपनी नेतृत्व क्षमता को साबित किया। उनका मानना है कि अमेरिका का यह नेतृत्व न केवल वर्तमान, बल्कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए भी तैयार है।

डोनाल्ड ट्रंप का भी किया जिक्र

जो बाइडेन ने इस भाषण में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन ट्रंप को एक ऐसा राष्ट्र सौंपेगा जो चार साल पहले की तुलना में अधिक मजबूत और विश्वसनीय माना जाएगा। बाइडेन ने कहा, “हमने अमेरिका को अधिक सुरक्षित और आर्थिक रूप से स्थिर बनाया है। यह नेतृत्व आने वाले प्रशासन के लिए एक मजबूत नींव तैयार करेगा।”

यह स्पष्ट है कि बाइडेन अपने कार्यकाल को सकारात्मक और सफल मानते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने और उनकी टीम ने अमेरिका की ताकत और विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किया।

विदेश नीति की सफलता और विरासत

जो बाइडेन का यह भाषण उनके प्रशासन की विदेश नीति की सफलता को दर्शाता है। उन्होंने यह साबित करने की कोशिश की कि अमेरिका ने न केवल संकटों का सामना किया, बल्कि उनसे और अधिक मजबूत होकर उभरा।

उन्होंने कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा के इस दौर में अमेरिका ने न केवल अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, बल्कि अपनी ताकत को भी साबित किया। बाइडेन का यह भाषण एक मजबूत और सुरक्षित अमेरिका की तस्वीर पेश करता है, जो आने वाले वर्षों में भी वैश्विक मंच पर अपनी प्रमुख भूमिका निभाता रहेगा।

जो बाइडेन का यह अंतिम विदेश नीति भाषण उनके कार्यकाल की उपलब्धियों का सार था। उन्होंने अमेरिका की वैश्विक स्थिति को सुदृढ़ करने, साझेदारियों को मजबूत बनाने और प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ने की अपनी रणनीतियों का जिक्र किया।

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अमेरिका ने बिना किसी युद्ध के अपनी ताकत और नेतृत्व को मजबूत किया है। उनका यह भाषण न केवल उनकी विदेश नीति की सफलता को रेखांकित करता है, बल्कि एक ऐसे अमेरिका की तस्वीर भी पेश करता है जो भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

यह भाषण अमेरिका और दुनिया के लिए एक सकारात्मक संदेश था, जिसमें शांति, सहयोग और प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता झलकती है। बाइडेन ने यह सुनिश्चित किया कि उनका प्रशासन एक मजबूत और प्रभावी विरासत छोड़ रहा है, जो आने वाले प्रशासन के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।