पौष मासिक शिवरात्रि 2024 कब? जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और व्रत विधि

0
8
पौष मासिक शिवरात्रि 2024
पौष मासिक शिवरात्रि 2024

भगवान शिव के उपासकों के लिए मासिक शिवरात्रि एक विशेष पर्व है। यह तिथि हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आती है और इसे भोलेनाथ की आराधना का सर्वश्रेष्ठ दिन माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान शिव पहली बार शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे। साथ ही, यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के प्रतीक रूप में भी महत्वपूर्ण है। पौष मास की यह मासिक शिवरात्रि साल 2024 की आखिरी शिवरात्रि है, जो शिवभक्तों के लिए विशेष रूप से पवित्र मानी जा रही है। आइए जानते हैं इस पर्व की तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और व्रत विधि के बारे में विस्तार से।

मासिक शिवरात्रि 2024 डेट और मुहूर्त

तिथि शुरू: 29 दिसंबर 2024, रविवार, सुबह 3:32 बजे
तिथि समाप्त: 30 दिसंबर 2024, सोमवार, सुबह 4:01 बजे
पूजा का शुभ समय: 29 दिसंबर 2024 की रात 11:56 से 30 दिसंबर 2024 की प्रातः 12:51 तक

मासिक शिवरात्रि का महत्व

मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से साधकों को मनचाहा वरदान मिलता है और जीवन में खुशहाली बनी रहती है। यह दिन भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने और सभी बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए अति उत्तम माना जाता है। रात्रि के समय शिवलिंग पर जल, दूध, और बेलपत्र चढ़ाने से विशेष पुण्य फल मिलता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत करने वाले भक्तों को न केवल सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है, बल्कि वे भगवान शिव के चरणों में स्थायी स्थान पाते हैं।

मासिक शिवरात्रि व्रत कैसे करें

  • सुबह स्नान और संकल्प: ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। व्रत का संकल्प लें।
  • शिवलिंग की पूजा: शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा, भस्म, और गंगाजल अर्पित करें।
  • मंत्र जाप और पाठ: “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। साथ ही शिव चालीसा, शिव स्तुति, और शिवाष्टक का पाठ करें।
  • रात्रि जागरण और पूजा: रात्रि के चारों प्रहर में भगवान शिव की पूजा करें। यह पूजा शिव जी की कृपा शीघ्र पाने में सहायक होती है।
  • शिव आरती और भोग: भगवान शिव की प्रिय वस्तुओं का भोग लगाएं और आरती करें।
  • दान और ध्यान: पूजा के बाद जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, और अन्य सामग्री दान करें।

आध्यात्मिक लाभ और मान्यताएं

  • व्रत रखने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
  • इस दिन पूजा-अर्चना करने से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है।
  • रात्रि प्रहर में भगवान शिव का ध्यान और पूजा विशेष फलदायी मानी गई है।

पौष मासिक शिवरात्रि 2024 न केवल साल का आखिरी शिवरात्रि पर्व है, बल्कि यह भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त करने का अद्भुत अवसर है। श्रद्धालु इस दिन व्रत और पूजा कर अपने जीवन को शुभ और मंगलमय बना सकते हैं। भोलेनाथ की आराधना से जीवन की सभी कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि का वरदान प्राप्त होता है।