बहराइच हिंसा में युवक की गोली लगने से मौत के बाद मचा बवाल, CM योगी ने मांगी रिपोर्ट, सपा ने यूपी सरकार पर साधा निशाना

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Bahraich Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान हिंसा में एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई, जिसके बाद इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई दुकानों, अस्पताल और गाड़ियों पर आगजनी की खबरें सामने आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक, 5000 के करीब लोग मृतक युवक के शव के साथ प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे, उनके हाथों में लाठी-डंडे भी नजर आए। यूपी पुलिस और प्रशासन हालात को काबू करने की कोशिशों में जुटा हुआ है। वहीं विपक्ष योगी सरकार पर निशाना साध रहा है।

सीएम योगी ने मांगी रिपोर्ट

वहीं, बहराइच मामले पर सीएम योगी ने पुलिस प्रशासन और अधिकारियों से बहराइच में हुई हिंसा पर रिपोर्ट मांगी है। जानकारी के मुताबिक, बहराइच हिंसा पर सीएम के पास रिपोर्ट शाम तक आएगी। सूत्रों के अनुसार सीएम ने जिलाधिकारी से भी घटना का अपडेट लिया है।

सपा ने योगी सरकार पर साधा निशाना, कहा- उपचुनाव मेनी इस घटना का ये फायदा लेंगे

बहराइच में हुई हिंसा और आगजनी को लेकर सपा नेता वीरेंद्र सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ” बहराइच में हुई हिंसक घटना के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। सरकार इस घटना के जरिए आगामी उपचुनाव में लाभ लेने वाली है। बटोगे तो कटोगे जैसे नारों को बुलंद करेगी। बहराइच की घटना को लेकर जनता को भ्रमित करेगी। भाजपा सरकार का दावा था की हमारे कार्यकाल में दंगे नहीं होते तो ये क्या हो रहा है?

इसके अलावा सपा नेता वीरेंद्र सिंह ने कहा, “एक विशेष जाति को निशाना बनाया जाता है। जबकि हमारे समाज का गौरव कहे जाने वाले यादव बंधुओ द्वारा सभी परंपराओं को अपने सर पर और कंधे पर उठाया जाता है।”

उप मुख्यमंत्री ने हिंसा पर क्या कहा?

राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर बहराइच हिंसा को लेकर लिखा, “उत्तर प्रदेश की शांति और सौहार्द बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी। दंगाइयों को संरक्षण देने वाले एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन हमें सतर्क और सजग रहना होगा। प्रदेश के उज्जवल भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। दोषियों को कानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दी जाएगी और पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा। सभी नागरिकों से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील करता हूं।”

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, दुर्गा माता की मूर्ति के विसर्जन के लिए रेहुआ मसूर गांव के लोग जा रहे थे। इस बीच दूसरे समुदाय के व्यक्ति ने डीजे की तेज आवाज को लेकर शिकायत की, जिसपर तनाव बढ़ गया। तनाव बढ़ने लोगों के बीच पत्थरबाजी होने लगी। मौके पर मौजूद पुलिस हालात काबू करने में असमर्थ रही। जिसके बाद आगजनी और गोलीबारी तक हो गई। इस हिंसक घटना में 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा घायल हो गया, जिसकी अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई। युवक की मौत के बाद मामला और बिगड़ गया। गांव के हजारों लोगों ने मिलकर मृतक युवक के शव के साथ प्रदर्शन किया।