देश के जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा का निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। रतन टाटा ने न सिर्फ टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, बल्कि भारतीय उद्योग को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा दिलाई। हम सबके लिए उनकी विरासत हमेशा प्रेरणादायक रहेगी। वर्तमान में टाटा ग्रुप की कमान एन चंद्रशेखरन के हाथों में है। रतन टाटा ने जो पद हासिल किया है उसके लिए उन्होंने खूब संघर्ष किया है। जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें…
रतन टाटा के जीवन से जुड़ी बातें
- रतन टाटा का जन्म 28 सितंबर, 1937 में मुंबई में हुआ था।
- उनका पूरा नाम रतन नवल टाटा है और उनके पिता का नाम नवल टाटा और माता का नाम सूनी टाटा है।
- टाटा ग्रुप की स्थापना करने वाले जमशेदजी टाटा के परपोते थे।
- रतन टाटा भारत के बड़े उद्योगपतियों में से एक हैं रतन टाटा और उनका जीवन इतना आसान नहीं था।
- उनके जन्म के कुछ वर्षों बाद ही 1948 में उनके माता-पिता अलग हो गए थे। रतन टाटा का पालन-पोषण उनकी दादी नवाजबाई ने किया था।
- रतन टाटा अविवाहित ही रहे, एक बार इंटरव्यू में उन्होंने अपने प्यार के बारे में जिक्र किया था,उन्हें लॉस एंजिल्स में एक लड़की से प्यार हो गया था।
- 1962 की भारत-चीन लड़ाई के चलते भी उनकी शादी नहीं हो पाई क्योंकि लड़की के पेरेंट्स उसे भारत भेजने के पक्ष में नहीं थे और उनका रिश्ता टूट गया।
- 1962 में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से बी.आर्क की डिग्री प्राप्त की थी।
- 2008 में भारत सरकार ने उन्हें देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म विभूषण, प्रदान किया था।
- 28 दिसंबर 2012 को टाटा संस के चेयरमैन के रूप में रिटायर हुए थे।