Neville Roy Singham : न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक को चीनी फंडिंग देने के मामले में अमेरिकी उद्योगपति नेविल रॉय सिंघम को ED ने समन जारी किया है, जिसके बाद उसकी मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं। बता दें, कुछ ही समय पहले बीजेपी की ओर से आरोप लगाए गए थे कि कांग्रेस पार्टी चीन का साथ दे रही है। जिसपर, केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक को भारत में चीनी प्रोपेगैंडा फैलाने के लिए कांग्रेस ने सिंघम की मदद से फन्डिंग की थी। यह पहली बार नहीं है जब सिंघम का नाम सुर्खियों में आया हो, इससे पहले भी कई विवादों में उनका नाम उठता रहा है।
Neville Roy Singham : विवादों में पहले भी घिरे हैं नेविल
साल 2022 में भी नेविल का नाम अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियों में रहा था। अमेरिकी पत्रिका न्यू लाइन्स की जनवरी 2022 की रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि सिंघम ने कई नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन (NPO) को एक को करीब 65 मिलियन डॉलर दिए। आरोपों की मानें तो इन NPOs ने फन्डिंग लेकर चीन में उइगर मुस्लिमों के नरसंहार से इनकार किया था।
साल 2022 के नवंबर महीने में इंटेलिजेंस ऑनलाइन रिपोर्ट में यह दावा किया कि यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान सिंघम ने यूक्रेन को पश्चिमी समर्थन के खिलाफ पैरवी करने वाले ग्रुप्स को फंडिंग की थी।
कौन हैं नेविल रॉय सिंघम?
नेविल का जन्म वर्ष 1954 में अमेरिका में हुआ था। हावर्ड यूनिवर्सिटी से इकनॉमिक्स में पढ़ाई पूरी करने के बाद नेविल ने बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपने करियर की शुरूआत की। बता दें, सिंघम प्रख्यात कम्युनिस्ट प्रोफेसर आर्चीबाल्ड सिंघम के बेटे हैं। नेविल ने सन् 1993 में थॉटवर्क्स कंपनी की स्थापना करके उद्योग क्षेत्र में अपना कदम रखा। कुछ ही सालों में ‘थॉटवर्क्स’अपने सेक्टर में एक नामी-ग्रामी कंपनी बन गई । नेविल वर्ष 2009 में फॉरेन पॉलिसी मैगजीन के टॉप 50 ग्लोबल थिंकर्स में भी शामिल हुए थे। बीते कुछ वर्षों से उनकी राजनीतिक सक्रियता बढ़ी है और वह चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखर समर्थक के रूप में नजर आए हैं। सिंघम खुद को बिजनेसमैन और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं।
मीडिया रेपोर्ट्स के अनुसार, सिंघम ने कुछ साल पहले अपनी कंपनी थॉटवर्क्स को 785 मिलियन डॉलर में बेच दिया था। बता दें, उन्होंने अपनी कंपनी एक निजी इक्विटी फर्म को बेची थी।
चीनी फंडिंग के आरोपों पर नेविल का बयान
चीनी फंडिंग के आरोपों के जवाब में कुछ समय पहले नेविल ने कहा था, ‘मैं स्पष्ट रूप से इनकार करता हूं कि मैं किसी राजनीतिक दल या सरकार या उनके प्रतिनिधियों का सदस्य हूं, उनके लिए काम करता हूं, उनसे आदेश लेता हूं या उनके निर्देशों का पालन करता हूं। मैं पूरी तरह से अपने विश्वासों से निर्देशित होता हूं, जो मेरे लंबे समय से चले आ रहे व्यक्तिगत विचार हैं।’
बता दें कि कुछ समय पहले न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट ‘ए ग्लोबल वेब ऑफ चाइनीज प्रोपेगेंडा लीड्स टू ए यूएस टेक मुगल’ में दावा किया था कि न्यूज पोर्टल्स का वैश्विक स्तर पर एक नेटवर्क चलाया जा रहा है, जिसे नेविल रॉय सिंघम के द्वारा फंड मिलते हैं। कथित तौर पर बताया गया था कि ये पोर्टल्स चीन की सरकारी मीडिया के साथ मिलकर काम करते हैं। इस नेटवर्क में भारत का न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक भी शामिल है।
यह भी पढ़ें: