चीन के बंदरगाह शहर श्यामन में हो रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांति और विकास के लिए आपसी सहयोग और एकजुटता बहुत जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स के सभी पांचों देश अभी समान स्तर पर और युवा हैं। यही हमारी ताकत है और हमें इसका हमें सही उपयोग करना चाहिए। विश्व में शांति के लिए सहयोग जरूरी है, एकजुट रहने पर ही शांति और विकास होगा.
पीएम ने कहा ब्रिक्स बैंक ने कर्ज देना शुरू कर दिया है, जिसका सदस्य देशों को सही उपयोग करना चाहिए। उन्होने कहा हमने अपने देश में काले धन के खिलाफ जंग छेड़ी है और हमारा लक्ष्य स्मार्ट सिटी, स्वास्थय, विकास, शिक्षा में सुधार लाना है।
पीएम ने कहा कि ब्रिक्स देशों की मजबूत पार्टनरशिप से ही विकास होगा, इससे ही शांति और विकास संभव है। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई है कि गोवा शिखर सम्मेलन से निकले रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए इस बैठक में कुछ सकारात्मक बातचीत होगी और बेहतर नतीजे आएंगे।
इससे पहले मेजबान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सम्मेलन शुरू होने से पहले सभी चारों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की अगुवानी की। नौवें ब्रिक्स सम्मेलन के उद्घाटन संबोधन में बोलते हुए जिनपिंग ने कहा कि ब्रिक्स के सदस्य देशों को अपने मतभेद दूर करके आपसी विश्वास और रणनीतिक संवाद बढ़ाकर एक-दूसरे की चिंताओं पर ध्यान देना चाहिए। आतंकवाद पर बोलते हुए चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि सदस्य देशों को सभी तरह के आतंकवाद से लड़ने के लिए एक समग्र रुख अपनाना चाहिए। इस अवसर पर सदस्य देशों ने आतंकवाद के खिलाफ एक साझा घोषणापत्र भी जारी की।
ब्रिक्स सम्मेलन से इतर पीएम मोदी सभी देशों के प्रमुखों से द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ भी पीएम मोदी की द्विपक्षीय वार्ता होगी, जहां डोकलाम मुद्दे के हल के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर करने पर बात होगी।