विदेश मंत्री सुषमा स्वराज लोगों की मदद करने के लिये हमेशा तत्पर रहती हैं। वह सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों की मदद करती अक्सर देखी गईं हैं।

बता दें कि सुषमा स्वराज ने जिस तरह अपना पद संभाल रखा है उसी तरह वह लोगों को की परेशानियों को भी संभाल लेती हैं। मंत्री सुषमा स्वराज़ ट्विटर पर एक्टिव हैं और अक्सर लोगों की मदद के लिए सामने आती हैं। उन्होंने कई बार विदेश में फंसे लोगों को मदद पहुंचाई। किसी को वीसा दिलवाने में मदद की तो किसी को परिवार से मिलवाने में कुछ ऐसी हैं हमारी विदेश मंत्री।

लेकिन इस बार वो धोखा खा गईं। उन्होनें सर्बिया में फंसे एक शक्स की मदद करने की कोशिश की थी। लेकिन बाद में पता चला कि जिस आधार पर उसे खोजा जा रहा था, वो फेक था।

बता दें कि राजीव नाम के एक शख्स ने सुषमा को ट्वीट किया था जिसमें लिखा था कि  “प्लीज मेरे भाई की मदद कीजिए। वह एक बड़ी मुसीबत में है। उसे सर्बिया में किसी ने किडनैप कर लिया है। उसे फिरौती देने के लिए कहा है। नहीं तो वे उसे मार देंगे।” ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया गया था, जिसमें उस आदमी के दोनों हाथ बंधे हुए थे और उसे पीटा जा रहा था। जिसके बाद सुषमा स्वराज एक्शन में आई और गुरुवार को ट्वीट कर कहा ”विनय महाजन मिल गए हैं और अब वो सर्बिया की अथॉरिटी की हिरासत में हैं” । लेकिन अपने ट्वीट के कुछ समय बाद सुषमा स्वराज देर रात ट्वीट कर कहती हैं कि  “राजीव, मेरे पास सारे फैक्ट्स हैं। आपके भाई को किडनैप नहीं किया गया था। वीडियो फेक था। उसने खुद ही अपने आप को अगवा करवाया था।”

इसके अलावा कुछ दिनो पहले बहरीन  में 500 इंडियन वर्कर्स को कम सैलरी मिलने पर सुषना ने ट्वीट कर कहा था कि “बहरीन स्थित भारतीय एम्बेसी को इस बात की सूचना दे दी गई है। उनकी मदद की जाएगी।” विदेशों मंत्री मदद मांगे जाने पर तुरंत मदद के लिए तैयार रहती हैं, लेकिन मददगार सुषमा इस बार धोखा खा गई. और फेक किडनैप के जाल में वो खुद फंस गई।

बहरहाल, सुषमा का मकसद तो शायद मदद पहुँचाना ही था बस फेक किडनैपिंग की वो जाँच करवाना वह भूल गईं।