आमतौर पर देखा जाता है कि जब देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या किसी मंत्री का काफिला सड़क से पार होता है तो वहां की सड़कों पर घंटों तक लंबा जाम लग जाता है। क्योंकि वीआईपी मूवमेंट से पहले उस सड़क पर यातायात रोक दिया जाता है। वहीं बेंगलुरु के ट्रिनिटी मंडल में तैनात पुलिस अधिकारी एमएल निजलिंगप्पा ने एक ऐसा काम किया जिसकी तारीफ़ पूरा देश कर रहा है। यहां तक की उनके द्वारा दिलेरी से किए गए अच्छे काम की वजह से उन्हें ईनाम देने की भी घोषणा की गई है।
दरअसल, ट्रिनिटी क्षेत्र में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का एक कार्यक्रम था। उनके काफिले को उस सड़क से पार होना था। लिहाजा काफी देर से उस सड़क के ट्रैफिक को रोक दिया गया था और काफी जाम लग गया था। उस जाम में एक एंबुलेंस भी फंसी हुई थी। जब पुलिस अधिकारी को यह बात पता चली तो उन्होंने राष्ट्रपति के काफिले को रोककर पहले एंबुलेंस को जाम से निकाला ताकि उसमें मौजूद मरीज समय से अस्पताल पहुंच सके।
निजलिंगप्पा की इस बहादुरी वाले काम ने सबका दिल जीत लिया क्योंकि वीआईपी कल्चर के चलते हमारे देश में ऐसी घटनाएं कम ही होती है। इसी को दूसरे तरीके से बोले तो कई बार इसी वीआईपी कल्चर की वजह से मरीज को ले जा रही एंबुलेंस जाम में ही फंसी रह जाती है और काफिला पार होने के कारण मरीज की एंबुलेंस में ही मौत हो जाती है। ऐसे में निजलिंगप्पा का यह कार्य वाकई सराहनीय है। बेंगलुरू पुलिस ने दिल जीतने वाले इस काम के लिए यातायात पुलिस उप निरीक्षक एम.एल. निजलिंगप्पा के लिए इनाम की घोषणा की है।