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Blog: मैक्सिम गोर्की की ‘मां’ हो या महाश्वेता देवी की ‘1084वें...

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Blog: आज मैक्सिम गोर्की का उपन्यास 'मां' पढ़कर पूरा किया। इससे पहले इस उपन्यास का पहला भाग ग्रेजुएशन में पूरा किया था लेकिन दूसरा भाग मिल नहीं सका था।

Book Review: वामपंथी नेताओं के प्रति पूर्वाग्रह को दूर करती है...

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'इंडियन कॉमरेड एके रॉय- हीरो ऑफ ग्राउंड पॉलिटिक्स', उन लोगों को बिल्कुल पढ़नी चाहिए जो झारखंड के मौजूदा स्वरूप में आने और उसके पूरे ऐतिहासिक विकास को जानने में रुचि रखते हैं। लेखक बंधुओं, सचिन झा शेखर और केआरजे कुंदन, ने एके रॉय की कहानी कहने के बहाने झारखंड की कहानी किस्सागोई के अंदाज में आसानी से कही है।

Book Review: ‘महाभारती’ की द्रौपदी अबला नारी नहीं बल्कि कर्म और...

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Book Review: महाभारत की कहानी हमारे देश के घर-घर में मशहूर है। इतिहास में 'जयसंहिता' के रूप में जाने जानी वाली महाभारत की लोकप्रियता की एक वजह यह भी है कि इससे रोज़मर्रा की ज़िंदगी से जुड़े संदेश मिलते हैं। गीता चूंकि इस महाकाव्य का हिस्सा है। इसलिए गीता के चलते भी यह रचना इतना महत्व रखती है। महाभारत का हर एक चरित्र एक शिक्षा देता है। समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से भी देखा जाए तो भले ही महाभारत को वास्तविकता माना जाए, मिथक माना जाए या कोई किंवदंति लेकिन भारतीय समाज के लिए इसकी प्रासंगिकता किसी भी लिहाज से कम नहीं है।