Tag: APN Book Reviews
‘पागलखाना’ में बाजार का असली चेहरा दिखाने का प्रयास करते हैं...
''यह सोच सत्ता का भोलापन था, कमीनापन था काइयांपन, पता नहीं, पर यह स्पष्ट था कि सरकार बाज़ार के साथ मिल गई थी…", लेखक...
Book Reviews : डॉ. बी आर अम्बेडकर क्या सोचते थे इस्लाम...
Book Reviews : Ambedkar, Islam Aur Vampanth. स्वतंत्रता के बाद हुए पहले आम चुनाव में डॉ. अम्बेडकर को हराने के लिए वामपंथियों ने अपनी सारी शक्ति लगा दी थी। मार्च 1952 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय-समिति ने विशेष रूप से डॉ अम्बेडकर के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें उन्हें साम्राज्यवादी समर्थक और अवसरवादी नेता बताते हुए शोषित और वंचितों को बरगलाने वाला नेता बताया गया।