संसद के मॉनसून सत्र खत्म होने के बाद गुरुवार को विपक्षी पार्टियों द्वारा साझा मार्च निकाला गया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में निकले इस मार्च में एक दर्जन से अधिक राजनीतिक दल शामिल हुए। इस दौरान राहुल गांधी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाया और सदन में सांसदों के साथ बदसलूकी होने की बात कही।
दरअसल, कल विपक्ष ने आरोप लगाया कि संसद के अंदर सांसदों के साथ मारपीट और धक्का-मुक्की की गई। आज इसी मामले में विपक्ष के कई नेता वेंकैया नायडू से मिलने भी पहुंचे। कल की घटना का एक वीडियो भी सामने आ गया है। ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो।
वहीं मंगलवार को राज्यसभा में विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। कृषि कानून के खिलाफ विपक्षी दोलों ने सदन के भीतर टेबल पर चढ़कर कृषि कानून की किताब को फेंक दिया और जोर- जोर से नारे लगाने लगे काले कानून रद्द करो।
संसद में विपक्ष के हंगामे पर लोकसभा स्पीकर ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि सदन में सभी माननीय सदस्यों को संसदीय मर्यादा का हर हाल में पालन करना ही होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संसद में विपक्ष ने किसान आंदोलन, पेगासस जासूसी कांड और अन्य मुद्दों को लेकर इतना भारी हंगामा किया कि राज्यसभा अपने निर्धारित समय से लगभग 21 प्रतिशत चली। जिसके कारण करदाताओं के 133 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
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खबर के मुताबिक 19 जुलाई से शुरु हुए और 13 अगस्त को खत्म होने वाले सत्र में अब तक 89 घंटे बर्बाद हो चुके हैं। विपक्षी दलों के हंगामे के कारण संसद ने 107 घंटों के निर्धारित समय में से केवल 18 घंटे ही काम किया। वहीं लोकसभा निर्धारित समय के 13 प्रतिशत से भी कम समय के लिए काम हो पाया।