गौतमबुद्ध नगर, 11 अक्टूबर: शिक्षा और सामाजिक न्याय को मजबूत करने की दिशा में सोशल फाउंडेशन (एनजीओ), दिल्ली ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। संस्था ने कु. मायावती राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बादलपुर के समाजशास्त्र विभाग के साथ पाँच वर्ष के लिए एमओयू किया है। इस समझौते के माध्यम से दोनों संस्थाएँ मिलकर समाज के सर्वांगीण विकास, शिक्षा विस्तार और सामाजिक चेतना के प्रसार के लिए सक्रिय रूप से काम करेंगी।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनीता रानी राठौड़, समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. ममता सागर, डॉ. कविता वर्मा, और सोशल फाउंडेशन के अध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। कार्यक्रम में शिक्षकों, शोधार्थियों और छात्राओं की उपस्थिति उत्साहजनक रही।
शिक्षा और समाजसेवा का संगम
सोशल फाउंडेशन के अध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार ने कहा, “यह समझौता संस्था के लिए एक बड़ा अवसर है। हम शिक्षा के साथ समाज के हाशिए पर खड़े लोगों तक जागरूकता, कौशल और स्वावलंबन का संदेश पहुँचाना चाहते हैं। इस एमओयू के तहत छात्राओं को सामाजिक कार्य, शोध अध्ययन और जनहित की परियोजनाओं में सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा।” उन्होंने यह भी बताया कि संस्था भविष्य में सीएसआर परियोजनाओं और सरकारी योजनाओं के साथ मिलकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करेगी।

सामाजिक चेतना और शोध के नए अवसर
समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. ममता सागर ने कहा कि इस एमओयू से छात्राओं को वास्तविक सामाजिक समस्याओं पर अध्ययन और शोध का अवसर मिलेगा। “अब हमारी छात्राएँ न केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त करेंगी, बल्कि जमीनी स्तर पर जाकर सामाजिक सुधार और विकास से जुड़ी परियोजनाओं में सक्रिय भूमिका निभाएंगी।”
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनीता राठौड़ ने कहा, “शिक्षा तभी सार्थक है जब वह समाज में बदलाव लाए।” उन्होंने विश्वास जताया कि यह साझेदारी नारी शिक्षा को नई दिशा देगी और छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
विकास, शोध और जनहित पर केंद्रित गतिविधियाँ
इस समझौते के तहत सोशल फाउंडेशन और समाजशास्त्र विभाग मिलकर शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, जल संरक्षण, स्वच्छता, कौशल विकास, रोजगार प्रशिक्षण, महिला सशक्तिकरण और कुपोषण जैसे विषयों पर अभियान चलाएँगे। इसके साथ ही गरीब एवं वंचित वर्गों के लिए निशुल्क कोचिंग, जागरूकता रैलियाँ, कार्यशालाएँ, पुस्तकालय और प्रशिक्षण केंद्र भी संचालित किए जाएंगे।
सोशल फाउंडेशन के महासचिव नवीन कुमार ने बताया कि संस्था पहले से ही दिल्ली, मेरठ, गाजियाबाद, प्रयागराज और हरिद्वार में महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता अभियान और गंगा संरक्षण जैसी योजनाओं पर कार्यरत है। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि युवाओं और छात्राओं में सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना जगे और वे समाज में सकारात्मक बदलाव की वाहक बनें।”
संवेदनशीलता से भरा सकारात्मक प्रयास
यह समझौता न केवल शिक्षण संस्थान और सामाजिक संगठन के बीच सहयोग का उदाहरण है, बल्कि समाज में संवेदनशीलता, समानता और सुधारवादी सोच के प्रसार की दिशा में भी प्रेरक कदम है। यह पहल छात्राओं को सामाजिक न्याय, शिक्षा विस्तार और शोध के नए अवसर प्रदान करेगी।
इस मौके पर समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. ममता सागर (प्रोफेसर) ने सोशल फाउंडेशन के पदाधिकारियों के साथ-साथ शिक्षकों, शोधार्थियों और छात्राओं का आभार व्यक्त किया। समाजशास्त्र विभाग के शिक्षक डॉ. कविता वर्मा, डॉ. विनीता सिंह, डॉ. अनीता, और शोधार्थी मुनीन्द्र कुमार, कुमारी सनी ने भी इस पहल में अपना पूरा योगदान दिया।