एक बार फिर 12 घंटे के भीतर दो ट्रेन हादसे की घटना सामने आयी है। पहली ट्रेन दुर्घटना की खबर यूपी के सोनभद्र जिले से और दूसरी ट्रेन दुर्घटना राजधानी से हैं । दोपहर करीब 12 बजे रांची से दिल्ली आ रही ट्रेन शिवाजी स्टेडियम के पास इंजन और पहला डिब्बा पटरी से उतर गई। अभी तक किसी की हताहत की खबरें सामने नहीं आई हैं।
इससे पहले आज सुबह यूपी के सोनभद्र जिले में एक और ट्रेन हादसे की घटना सामने आयी है। इस बार शक्तिपुंज एक्सप्रेस के 7 डिब्बे पटरी से उतरे। जिसमें 3AC के डिब्बे भी शामिल थे। यह घटना हावड़ा से चलकर जाने वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस सोनभद्र के ओबरा थाना क्षेत्र के फफराकुंड इलाके में हुई है। जिसमें कुल 21 डिब्बे थे। यह हादसा सुबह 6 बजे हुई। घटना स्थल पर पहुंच अधिकारियों के बताया है कि यह हादसा पटरी के टूट जाने की वजह से हुई है। हालांकि इस ट्रेन हादसे में ज्यादा लोगों को क्षति नहीं आई है। लगभग 12 से 15 लोगों को हल्की फुल्की चोटें जरूर आयी हैं।
यह बता दें हावड़ा से जबलपुर जा रही डाउन शक्तिपुंज एक्सप्रेस घटना के बाद इस रूट की कई गाड़ियों को रोक दिया गया है। पूर्वोत्तर मध्य रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक रूट पर चलने वाली ट्रेनों को दूसरी रूटों की ओर डायवर्ट किया जा रहा हैं। जिसमें बिहार से गुजरने वाली ट्रेनों का रूट भी प्रभावित हुआ है।
बता दें नए रेल मंत्री पीयूष गोयल के पद संभालने के बाद यह पहला रेल हादसा है। जबकि पिछले महीने से रेल हादसा थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसकी जिम्मेदारी लेते हुए पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
एक महीने भीतर के 4 बड़ी रेल घटनाएं –
गौरतलब है कि पिछले एक महीने से 4 बड़ी रेल घटनाएं हुई है। 19 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर में एक बडा रेल हादसा हुआ था। पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन क पास पटरी से उतर गई थी। ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतरकर अगल-बगल के घरों और एक स्कूल में घुस गए। ये ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी। इस हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई थी। इस रेल हादसे के 5 दिन बाद आजमगढ़ से दिल्ली जा रही कैफियत एक्सप्रेस औरेया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में ट्रेन इंजन सहित10 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इसके बाद 29 अगस्त को नागपुर-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस का इंजन और नौ डिब्बे पटरी से उतर गए थे।