Steve Smith Retirement: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में ऑस्ट्रेलिया का सफर समाप्त होने के साथ ही टीम को एक और बड़ा झटका लगा है। अनुभवी बल्लेबाज और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। स्मिथ ने इस बात की पुष्टि की कि भारत के खिलाफ खेला गया सेमीफाइनल मुकाबला उनके वनडे करियर का आखिरी मैच था। उन्होंने कहा, “अब मैं वनडे फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया की जर्सी में नहीं दिखूंगा।”
स्टीव स्मिथ के इस फैसले से क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है। डेढ़ दशक से ज्यादा समय तक ऑस्ट्रेलिया की वनडे टीम के अहम सदस्य रहे स्मिथ का करियर बेहद सफल रहा। आज हम उनके वनडे फॉर्मेट में प्रदर्शन पर नजर डालते हैं।
स्टीव स्मिथ ने 19 फरवरी 2010 को मेलबर्न में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया। उस समय वे एक लेग स्पिन ऑलराउंडर के रूप में टीम में शामिल हुए थे, लेकिन जल्द ही अपनी शानदार बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख बल्लेबाजों में शुमार हो गए।
4 मार्च 2025 को उन्होंने भारत के खिलाफ दुबई स्टेडियम में अपना आखिरी वनडे मुकाबला खेला। इस मैच में उन्होंने 73 रनों की कप्तानी पारी खेली, लेकिन टीम को फाइनल में ना ले जा सके। मैच के बाद उन्होंने वनडे फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी। बता दें कि स्मिथ का वनडे करियर लगभग 15 वर्षों तक चला, जिसमें उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं और ऑस्ट्रेलिया के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
वनडे करियर: जबरदस्त कंसिस्टेंसी और शानदार रिकॉर्ड
स्टीव स्मिथ ने वनडे करियर में कुल 170 मैच खेले और 154 पारियों में 5800 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 43.28 और स्ट्राइक रेट 86.96 रहा। स्मिथ ने 12 शतक और 35 अर्धशतक जमाए, जबकि उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 164 रन रहा।
Format | Matches | Innings | Runs | Average | Strike Rate | 100s | 50s | Highest Score |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
ODI | 170 | 154 | 5800 | 43.28 | 86.96 | 12 | 35 | 164 |
वनडे में स्मिथ का योगदान सिर्फ बल्लेबाजी तक सीमित नहीं था। वनडे में 5.41 की इकोनॉमी से 28 विकेट भी लिए हैं। वहीं, अपनी शानदार फील्डिंग से भी कई मैचों में ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम भूमिका निभाई है।
टेस्ट क्रिकेट में बेमिसाल रिकॉर्ड
स्टीव स्मिथ को टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में गिना जाता है।
- 116 टेस्ट मैचों में उन्होंने 206 पारियों में 10271 रन बनाए।
- उनका औसत 56.74 रहा, जो इस पीढ़ी के बल्लेबाजों में सर्वश्रेष्ठ में से एक है।
- उन्होंने 36 शतक और 41 अर्धशतक लगाए।
- उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 239 रन है।
Format | Matches | Innings | Runs | Average | Strike Rate | 100s | 50s | Highest Score |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
Tests | 116 | 206 | 10271 | 56.74 | 53.56 | 36 | 41 | 239 |
टेस्ट क्रिकेट में स्मिथ की तकनीक और उनकी लंबी पारियां खेलने की क्षमता ने उन्हें डॉन ब्रैडमैन के बाद ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाजों में शामिल किया।
टी20 करियर: सीमित मौकों के बावजूद शानदार प्रदर्शन
स्मिथ को टी20 फॉर्मेट में ज्यादा मौके नहीं मिले, लेकिन उन्होंने 67 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों में 1094 रन बनाए।
- उनका टी20 औसत 24.86 और स्ट्राइक रेट 125.45 रहा।
- इस फॉर्मेट में उन्होंने 5 अर्धशतक लगाए और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 90 रन रहा।
Format | Matches | Innings | Runs | Average | Strike Rate | 100s | 50s | Highest Score |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
T20I | 67 | 55 | 1094 | 24.86 | 125.45 | 0 | 5 | 90 |
टी20 क्रिकेट में स्मिथ ने अपनी टीम को मजबूत मध्यक्रम प्रदान किया और कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं।
वनडे से संन्यास क्यों?
स्टीव स्मिथ ने वनडे फॉर्मेट से संन्यास का फैसला इसलिए लिया क्योंकि वे अब अपना पूरा ध्यान टेस्ट क्रिकेट पर केंद्रित करना चाहते हैं। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया की युवा टीम को तैयार करने के लिए नए खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं।
उनका कहना था, “यह एक शानदार सफर रहा, और मैंने हर पल को पूरी तरह जिया है।” उन्होंने वनडे क्रिकेट की अपनी यादगार उपलब्धियों को याद करते हुए बताया कि दो वर्ल्ड कप जीतना उनके करियर के खास लम्हों में शामिल है।
स्मिथ ने आगे कहा कि अब 2027 वर्ल्ड कप की तैयारी का समय आ गया है, इसलिए यह उनके लिए वनडे क्रिकेट को अलविदा कहने का सही अवसर है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि टेस्ट क्रिकेट अभी भी उनकी प्राथमिकता है और वे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
स्टीव स्मिथ की विरासत
- वनडे में 5800 रन, 12 शतक और 35 अर्धशतक
- टेस्ट में 10271 रन, 36 शतक और 41 अर्धशतक
- टी20 में 1094 रन, 5 अर्धशतक
स्टीव स्मिथ वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। उनकी तकनीक, शांत स्वभाव और दबाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता उन्हें आधुनिक युग के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक बनाती है।
अब क्रिकेट फैंस उन्हें सिर्फ टेस्ट और टी20 फॉर्मेट में खेलते हुए देखेंगे।