इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने न केवल मैचों पर कब्जा जमाया, बल्कि रिकॉर्ड बुक में भी अपना नाम दर्ज करवा दिया। भारतीय बल्लेबाजों ने इस सीरीज में कुल 28 बार 50 या उससे ज्यादा रन बनाए — जो अब एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया है।
इससे पहले ये रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम था, जिसने 1920–21 और 1989 में इंग्लैंड के खिलाफ दो बार 27 बार 50+ स्कोर किए थे। अब भारत ने उसी इंग्लैंड के खिलाफ यह रिकॉर्ड तोड़ते हुए इतिहास रच दिया है।
रनों की बौछार ने रचा नया इतिहास
भारतीय टीम ने इस सीरीज में सिर्फ व्यक्तिगत स्कोर ही नहीं, बल्कि कुल रनों के मामले में भी कमाल कर दिखाया। पांच टेस्ट मैचों की 10 पारियों में भारतीय बल्लेबाजों ने कुल 3809 रन बनाए — जो किसी भी एक टेस्ट सीरीज में दूसरी सबसे बड़ी टीम स्कोरिंग है। अब तक सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड 1989 की एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा है, जिन्होंने 6 टेस्ट में 3877 रन बनाए थे।
शुभमन गिल का कप्तानी डेब्यू बना यादगार
टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल के लिए यह टेस्ट सीरीज बतौर कप्तान पहली थी, और उन्होंने इसे यादगार बना दिया। गिल ने 10 पारियों में 75.4 की औसत से 754 रन बनाए, जो इस सीरीज में किसी भी खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक है। इसमें उन्होंने एक दोहरा शतक और कुल चार शतक जमाए। एजबेस्टन टेस्ट में खेली गई उनकी 269 रनों की पारी ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई और उन्हें बतौर कप्तान नई पहचान दिलाई।