IND vs AUS 5th Test Highlights: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2025 का आखिरी मुकाबला सिडनी में खेला गया। इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को 6 विकेट से हराकर न केवल सीरीज 3-1 से अपने नाम की, बल्कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में भी जगह सुनिश्चित कर ली। कंगारुओं के लिए ये जीत इसलिए भी खास है क्योंकि इस सीरीज को वे लगभग 1 दशक बाद जीत रहे हैं।
कैसा रहा पूरे मैच का हाल
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम पहली पारी में सिर्फ 185 रन बना सकी। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम भी 181 रन पर सिमट गई, जिससे भारत को दूसरी पारी में 4 रन की मामूली बढ़त मिली।
दूसरी पारी में भारत 157 रन ही बना सका और जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया के सामने 162 रन का लक्ष्य था। इस लक्ष्य को ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट खोकर हासिल कर लिया।
पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजी का संघर्ष
पहली पारी में भारत की ओर से कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका। ऋषभ पंत (40) और रवींद्र जडेजा (26) व ने टीम को कुछ हद तक संभाला, लेकिन बाकी बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए। ऑस्ट्रेलिया के स्कॉट बोलैंड और मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस ने धारदार गेंदबाजी करते हुए क्रमशः 4, 3 और 2 विकेट हासिल किए।
दूसरी पारी में भी नाकामी
दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाजी ढह गई। ऋषभ पंत ने 61 रन बनाए, जबकि यशस्वी जायसवाल ने 22 रन का योगदान दिया। हालांकि, बाकी बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना नहीं कर सके।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी का दूसरी पारी प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी में उस्मान ख्वाजा (41) और ट्रेविस हेड (34*) ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। ब्यू वेबस्टर (39*) ने हेड के साथ 46 रन की नाबाद साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई।
जसप्रीत बुमराह की कमी खली
भारतीय टीम इस निर्णायक मैच में अपने स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के बिना उतरी। बुमराह पीठ में जकड़न की समस्या के कारण इस मुकाबले में नहीं खेल सके। उनकी जगह विराट कोहली ने कप्तानी की। बुमराह के नेतृत्व की कमी और उनकी गेंदबाजी का असर टीम के प्रदर्शन पर साफ दिखा और भारत सीरीज के साथ साथ डब्ल्यूटीसी 2025 के फाइनल में जाने से भी चूक गया।
बुमराह का सीरीज में योगदान
इस सीरीज में जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से कई महत्वपूर्ण क्षण बनाए। उन्होंने पहले चार टेस्ट मैचों में कुल 30 विकेट लिए थे, जिसमें मेलबर्न टेस्ट में उनकी 5 विकेट की शानदार पारी भी शामिल थी। उनकी तेज गेंदबाजी ने भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में रखा था। बुमराह के अनुभव और विकेट लेने की क्षमता के बिना भारतीय गेंदबाजी कमजोर नजर आई। बुमराह को अपने शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से नवाजा गया।
प्रसिद्ध कृष्णा और सिराज का प्रयास
दूसरी पारी में प्रसिद्ध कृष्णा ने भारतीय टीम के लिए शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट लिए। वहीं, मोहम्मद सिराज ने भी एक विकेट चटकाया, लेकिन लक्ष्य छोटा होने के कारण भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया को रोकने में नाकाम रहे।
डब्ल्यूटीसी फाइनल का समीकरण
इस हार के साथ भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल की दौड़ से बाहर हो गया। ऑस्ट्रेलिया पहले ही फाइनल में पहुंच चुका है और दक्षिण अफ्रीका ने पहले ही क्वालिफाई कर लिया था। यानी कि फाइनल मुकाबला जून में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया का दबदबा
ऑस्ट्रेलिया ने इस सीरीज में हर विभाग में बेहतर प्रदर्शन किया। उनकी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों ही भारत के मुकाबले मजबूत साबित हुईं। मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, स्कॉट बोलैंड और नाथन लायन ने गेंदबाजी में कमाल किया, जबकि बल्लेबाजी में स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड ने अहम पारियां खेलीं।
भारत के लिए सीख
इस सीरीज में भारत को अपनी कमजोरियों का आभास हुआ। खासकर बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी और अहम मौकों पर गलत निर्णय टीम के लिए भारी पड़े। सिडनी टेस्ट और इस सीरीज से भारतीय टीम को आने वाले टूर्नामेंट्स के लिए सबक लेना होगा। वहीं, जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी की फिटनेस टीम की सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।