रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार इस पर्व को भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। यह भाई -बहन के रिश्ते का त्योहार है। इस दिन बहन अपने भाई की सुरक्षा लंबी उम्र और तरक्की के लिए उसकी कलाई पर राखी बांधती हैं। भाई अपनी बहनों को उम्र भर रक्षा का वचन देता है और इसके साथ ही रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत बनाने के लिए अपनी बहन को पैसे या फिर कोई उपहार भेंट करता है।
वहीं बात अगर करें रखी को लेकर लोगों की मान्यताओं की तो सबकी अपनी- अपनी अलग मान्यताएं हैं और इनमें से एक मान्यता है राखी में तीन गांठें बांधने की। तो आइए जानते हैं इसके पीछे का विशेष कारण…
आखिर राखी में तीन गांठें क्यों लगते हैं?
रक्षाबंधन में हर बहन को भाई की राखी में हमेशा 3 गांठें लगानी चाहिए। इसके पीछे का कारण भी बहुत ही खास है। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार तीन गांठों का सीधा संबंध त्रिदेव से होता है। बह्मा, विष्णु और महेश से होता है और ये हमारे त्रिदेव कहलाते है। पहली गांठ भाई की लंबी उम्र के लिए होती है। दूसरी गांठ बहन की लंबी उम्र के लिए होती है। तीसरी गांठ भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने के लिए होती है।
शुभ मुहूर्त 2024
इस साल रक्षाबंधन (19 अगस्त 2024) के दिन भद्रा रहेगी। भद्रा सुबह 5 बजकर 53 मिनट से आरंभ होकर दोपहर 1 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी। भद्रा काल में राखी बांधने की मनाही होती है।
रक्षा बंधन का मंत्र
येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:
तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि ,रक्षे माचल माचल: